सरायमीर, आजमगढ़। दिनांक 20/01/2025 को आवेदिका बेवी मौर्या पत्नी तीर्थराज मौर्या ग्राम उत्तरी चूडिहार मोहल्ला थाना सरायमीर जनपद आजमगढ़ उपस्थित थाना आकर प्रा0पत्र दिया कि लगभग 4.30 वजे भोर में मैं अपने कमरे में सोयी थी जब अचानक मेरी आँख खुली तो देखी कि मेरे कमरे का अलमारी के लाकर का दरवाजा खुला हुआ है । आलमारी के पास जा कर देखी तो अन्दर का लाकर खुला हुआ था जिसमें रखे हुए मेरे सारे जेवरात गायब थे । जिसमें दो चैन सोने का दो कान का झुमका, दो पायल चाँदी,छागल करधन,हाथ का पलाम, माँग टीका, तथा बच्चियों का पायल व उसमें पहले से रखा कुछ रूपया नगद व चार्ज में लगी हुई मोबाईल जो ओप्पो कम्पनी की थी । जो किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा चोरी कर लिया गया है । प्रा0पत्र के आधार पर मु0 अ0 सं0 18/25 धारा 331(4)/305 बीएनएस बनाम अज्ञात के विरुद्ध पंजीकृत की गयी। दिनांक 27/02/2024 को उ0नि0 मुन्नालाल मय हमराह द्वारा मुखबिर पिछले महीने चुड़िहारा गली में हुई चोरी वांछित दो लड़के पवई लाड़पुर से आपस में बातचीत करते हुए खानकाह तिराहे से गाहूखोर रेलवे स्टेशन की तरफ जाने वाले हैं, इस सूचना पर विश्वास करके सूचना देकर उ0नि0 अभिषेक सिंह मय हमराह के साथ न साथ नन्दाव मोड़ पर बुलाया गया। हम सभी गाहूखोर के पास रेलवे लाइन पहुँचकर आते हुए दो लोगों को इशारा कर रोकने का प्रयास किया गया तो पुलिस वालों को देखकर दोनों भागने लगने। पुलिस वालों द्वारा घेरमारकर एक व्यक्ति को पकड़ लिया गया तथा दूसरा व्यक्ति रात्रि अंधेरे का लाभ लेते हुए झाड़ियो के सहारे भाग गया। गिरफ्तार अभियुक्त द्वारा अपना नाम मोनू उर्फ सत्येन्द्र यादव पुत्र रोहित यादव निवासी शिवाला पवई लाडपुर, थाना सरायमीर आजमगढ़ उम्र करीब 20 वर्ष बताया गया। जिसके कब्जे से एक अदद तमंचा .315 बोर व एक अदद जिन्दा कारतूस .315 बोर एक अदद मांगटीका पीली धातु, तीन जोडी पायल छोटी सफेद धातु व एक जोड़ी हाथ का पलाम सफेद धातु की व 5320/- रूपये नगद बरामद किया गया। मिला । गिरफ्तार अभियुक्त से भागे हुए अभियुक्त के बारे में पूँछा गया तो अभियुक्त द्वारा दूसरे अभियुक्त का नाम जुगनू सोनकर पुत्र महेन्द्र सोनकर निवासी पूनापोखर, थाना सरायमीर बताया तथा बरामद सामान व रूपयों के बारे में पूछने पर अभियुक्त द्वारा बताया गया कि मैं अपने साथी जुगनू सोनकर के साथ मिलकर दिनांक 20.01.25 की रात को चुड़िहार मुहल्ले में चोरी की नियत से घुम रहे थे कि एक मकान के पीछे का गेट खुला हुआ था। हम दोनों गेट के अन्दर जाकर देखा कि घर के सभी लोग सो रहे थे तब हम लोग सिढियों के रास्ते दूसरे मंजिल पर गये तो देखा कि बरामदे में दो लोग सो रहे हैं तथा घर के अन्दर कुछ लोग कम्बल ओढे सो रहे थे आलमारी के ऊपर चाभी दिखाई दे रहा था। तो मैं आलमारी का चाभी लेकर आलमारी धीरे से खोलकर लाकर में रखा दो प्लास्टिक की पन्नी में सोने चांदी के जेवरात तथा 25000/- रूपये और एक मोबाइल चार्ज में लगा था उसे लेकर हम लोग उसी रास्ते नीचे आकर रेलवे लाइन की तरफ चले गये थे। और मोबाइल को तोड़कर फेक दिये थे। तथा 25000/- रूपये में से 10000/- रूपया जुगनू सोनकर को जल्दबाजी में दिया था तथा जेवरात मेरे पास था जिसे हम लोग बाद में आपस बाँट लेते । गिरफ्तारी व बरामदगी के आधार पर अभियुक्त उपरोक्त के विरुद्ध मु0अ0स0 75/2025 धारा 9/25 शस्त्र अधि0 पंजीकृत किया गया।