कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।
राष्ट्रीय राजमार्गाें पर जगह-जगह ट्रक व डंपरों की अवैध पार्किंग के चलते हादसों की आशंका प्रबल हो गई है। खासकर ढाबों और पेट्रोलपंपों के सामने जमकर नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। बार-बार चेताने के बाद भी अफसर इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। आजकल कोहरे के चलते दृश्यता कम हो जाती है। ऐसे में हाईवे पर खड़े ट्रक व डंपर हादसे को दावत दे रहे हैं।हाईवे पर तेज गति से चलने का लाभ तो सभी को मिल रहा है, लेकिन सड़क किनारे चालक अपने वाहनों को बेतरतीब खड़ा कर देते हैं, जो दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं। आए दिन हादसे हो रहे हैं, जिनमें लोगों की जान जा रही है। तेज रफ्तार गाड़ियां हाईवे पर खड़े वाहनों से टकरा जा रही हैं। ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन अवैध पार्किंग करने वालों पर ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है।टांडा-बांदा राष्ट्रीय राजमार्ग पर दोस्तपुर तिराहा, कसेरुआ, पैंतीपुर, घनेपुर, महरूआ बॉर्डर, भिखारीपुर बाईपास, सिझौलिया में ट्रकों की कतार लगी रहती है। गोहन्ना मौरंग मंडी में तो हाईवे की दोनों पटरियों पर भारी वाहन खड़े कर दिए जाते हैं। गोरखपुर-आजमगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर हंसवर, सम्हरिया और शमशुद्दीनपुर में ट्रक और डंपर खड़े किए जा रहे हैं। ढाबों और पेट्रोलपंप के आसपास भी वाहनों की पार्किंग की जा रही है।वर्ष 2023 में जिले में 274 सड़क हादसे हुए थे, जिनमें 158 लोगों की जान चली गई थी और 124 घायल हुए थे। वर्ष 2024 में अक्तूबर तक के आंकड़े प्रशासन ने जारी किए हैं। इनके मुताबिक 249 सड़क हादसों में 164 की मौत हो चुकी है और 143 लोग घायल हो गए हैं।परिवहन विभाग की ओर से अवैध पार्किंग के खिलाफ अभियान चलाया जाता है। नियमों की अनदेखी करने वालों के चालान भी किए जा रहे हैं। इसके साथ ही जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन भी किया जा रहा है। हाईवे पर खड़े वाहनों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।
- सतेंद्र सिंह यादव, एआरटीओ