अमेरिका में भारतीय मूल के छह सांसदों ने शुक्रवार को प्रतिनिधि सभा के सदस्य के रूप में शपथ ली। अमेरिका के संसद के निचले सदन में पहली बार छह भारतवंशी पहुंचे हैं। इनमें से चार हिंदू हैं।
जिन भारतीय-अमेरिकी सांसदों ने शपथ ली, उनमें अमी बेरा, प्रमिला जयपाल, रो खन्ना, राजा कृष्णमूर्ति, श्री थानेदार और सुहास सुब्रमण्यम शामिल हैं।
'समोसा कॉकस' का हुआ जिक्र
इसको लेकर भारतीय-अमेरिकी सांसद अमी बेरा ने एक पोस्ट भी किया। अमी बेरा ने कहा, ''जब मैं 12 साल पहले पहली बार अमेरिकी संसद पहुंचा था, तो एकमात्र भारतीय अमेरिकी सदस्य था और अमेरिकी इतिहास में केवल तीसरा। अब हमारा गठबंधन छह सदस्यों वाला है। मैं आने वाले सालों में कांग्रेस सदन में और ज्यादा भारतीय अमेरिकियों का स्वागत करने के लिए उत्साहित हूं।''
अमी बेरा के इस पोस्ट के बाद अमेरिकी राजनीति में 'समोसा कॉकस' (what is Samosa Caucus) शब्द का जिक्र एक बार फिर होने लगा है। इससे पहले साल 2016 में भी इस शब्द की खूब चर्चा हुई थी। तब पहली बार 5 भारतवंशी अमेरिकी संसद में चुनकर आए थे, जिसमें हाउस ऑफ रिप्रेंजेटेटिव के सदस्य राजा कृष्णमूर्ति भी थे। कृष्णमूर्ति ने ही इस शब्द को गढ़ा था।
क्या है 'समोसा कॉकस'?
दरअसल, अमेरिकी संसद के अंदर भारतीय मूल के सांसदों और प्रतिनिधि समूह को 'समोसा कॉकस' कहा गया है। इस बार 6 सांसद अमेरिकी के निचले सदन में है। समोसा भारतीय व्यंजन है और दुनियाभर में ये मशहूर है, इसलिए इसे भारतीय मूल के सांसदों से जोड़ा गया है।
इस बार ये हैं समोसा कॉकस का हिस्सा
कैलिफोर्निया से निर्वाचित अमी बेरा ने लगातार सातवीं बार शपथ ली है। अमेरिकी संसद में बेरा सबसे सीनियर भारतीय सांसद हैं।
वर्जीनिया से निर्वाचित सुहास सुब्रमण्यम प्रतिनिधि सभा में सबसे नए भारतवंशी सदस्य हैं। पद की शपथ लेने के बाद सुहास ने कहा कि वो काम करने के लिए काफी उत्साहित हैं।
मिशिगन से श्री थानेदार भी इस कॉकस का हिस्सा हैं।
कैलिफोर्निया के 17वें कांग्रेस जिले से रो खन्ना और इलिनोइस के आठवें कांग्रेस जिले से राजा कृष्णमूर्ति चुने गए हैं।
भारतवंशी महिला सांसद प्रमिला जयपाल वॉशिंगटन के सातवें कांग्रेस जिले से चुनी गई हैं। वह इस सदन में पहली और अकेली भारतवंशी महिला सांसद हैं।
प्रतिनिधि सभी में सबसे पहले भारतीय सांसद कौन थे?
दलीप सिंह सौंद प्रतिनिधि सभी में चुने जाने वाले सबसे पहले भारतीय सांसद थे। वो 1957 में चुने गए थे। इसके 5 पांच दशक बाद बॉबी जिंदल 2005 में सांसद बने थे।