देवल संवाददाता, अहिरौला, आजमगढ़। मामला है आजमगढ़ के अहिरौला क्षेत्र का जहां कुछ दिन पूर्व वादी मटरू पुत्र रामबुझ ग्राम कुशमहरा, थाना कप्तानगंज द्वारा थाने पर तहरीर लिखवाई गई की उसकी बहन से चार से पांच व्यक्तियों द्वारा चार-पांच महीने पहले गैंग बनाकर दुष्कर्म करने की घटना को अंजाम दिया गया, जिसके परिणाम स्वरूप उसकी बहन आज गर्भवती हो गई है। पीड़िता एक हरिजन परिवार से आती है और वह मानसिक रूप से भी दुर्बल है साथ ही वह विधवा भी है। वादी मटरू द्वारा तहरीर दी गई है कि उसकी बहन की दुर्बलता का फायदा उठाकर अभियुक्त सनी राय पुत्र राजेंद्र, अनूप राय पुत्र राजेश राय, राम भवन सोनी पुत्र सूर्यभान, आशीष यादव पुत्र स्वर्गीय चंद्रिका यादव एवं कुछ अन्य अज्ञात लोगों द्वारा 4 से 6 महीने पहले सामूहिक दुष्कर्म को अंजाम दिया गया। दिनांक 13.12.24 को जब पीड़िता को अस्पताल में भर्ती कराया गया तो पता चला कि पीड़िता को तत्काल रूप से खून की आवश्यकता है, आपातकालीन स्थिति में खून की व्यवस्था न हो पाते हुए देखे जाने पर पुलिस लाइन में नियुक्त सिपाही नीरज, आशुतोष त्रिपाठी एवं उप-निरीक्षक अहिरौला मनीष पाल स्वत: सामने आए एवं पीड़िता की मदद करने के लिए अपनी स्वेक्षा से रक्तदान करने का निर्णय लिया। इसके बाद तीनों पुलिस के जवानों की खूब सराहना की गई एवं इन्होंने मानवता की एक मिसाल भी प्रस्तुत की। हमसे बात करते हुए उनके द्वारा बताया गया कि आप जिस भी क्षेत्र में रहे मानवता ही आपका सर्वोत्तम धर्म होना चाहिए एवं आप जहां खुद को सक्षम मानते हैं वहां चढ़ बढ़कर सामने वाले की मदद करने के लिए आगे आना चाहिए। साथ ही पुलिस ने बताया कि उन चारों अभियुक्त (जिन पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप है) को भी पुलिस द्वारा जल्द से जल्द पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है, फिलहाल वह फरार चल रहे हैं।
सामूहिक दुष्कर्म की पीड़ित गर्भवती महिला के लिए पुलिस निरीक्षक द्वारा किया गया रक्तदान
दिसंबर 14, 2024
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देवल संवाददाता, अहिरौला, आजमगढ़। मामला है आजमगढ़ के अहिरौला क्षेत्र का जहां कुछ दिन पूर्व वादी मटरू पुत्र रामबुझ ग्राम कुशमहरा, थाना कप्तानगंज द्वारा थाने पर तहरीर लिखवाई गई की उसकी बहन से चार से पांच व्यक्तियों द्वारा चार-पांच महीने पहले गैंग बनाकर दुष्कर्म करने की घटना को अंजाम दिया गया, जिसके परिणाम स्वरूप उसकी बहन आज गर्भवती हो गई है। पीड़िता एक हरिजन परिवार से आती है और वह मानसिक रूप से भी दुर्बल है साथ ही वह विधवा भी है। वादी मटरू द्वारा तहरीर दी गई है कि उसकी बहन की दुर्बलता का फायदा उठाकर अभियुक्त सनी राय पुत्र राजेंद्र, अनूप राय पुत्र राजेश राय, राम भवन सोनी पुत्र सूर्यभान, आशीष यादव पुत्र स्वर्गीय चंद्रिका यादव एवं कुछ अन्य अज्ञात लोगों द्वारा 4 से 6 महीने पहले सामूहिक दुष्कर्म को अंजाम दिया गया। दिनांक 13.12.24 को जब पीड़िता को अस्पताल में भर्ती कराया गया तो पता चला कि पीड़िता को तत्काल रूप से खून की आवश्यकता है, आपातकालीन स्थिति में खून की व्यवस्था न हो पाते हुए देखे जाने पर पुलिस लाइन में नियुक्त सिपाही नीरज, आशुतोष त्रिपाठी एवं उप-निरीक्षक अहिरौला मनीष पाल स्वत: सामने आए एवं पीड़िता की मदद करने के लिए अपनी स्वेक्षा से रक्तदान करने का निर्णय लिया। इसके बाद तीनों पुलिस के जवानों की खूब सराहना की गई एवं इन्होंने मानवता की एक मिसाल भी प्रस्तुत की। हमसे बात करते हुए उनके द्वारा बताया गया कि आप जिस भी क्षेत्र में रहे मानवता ही आपका सर्वोत्तम धर्म होना चाहिए एवं आप जहां खुद को सक्षम मानते हैं वहां चढ़ बढ़कर सामने वाले की मदद करने के लिए आगे आना चाहिए। साथ ही पुलिस ने बताया कि उन चारों अभियुक्त (जिन पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप है) को भी पुलिस द्वारा जल्द से जल्द पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है, फिलहाल वह फरार चल रहे हैं।
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