दैनिक देवल ,सोनभद्र। जनपद को वाहन दुर्घटनाओं से मुक्त करने के लिए नवंबर माह को यातायात माह के रूप में मनाया जा रहा है। यातायात विभाग द्वारा जगह-जगह एवं स्कूल कॉलेजों में कैंप लगाकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। लोगों को जानकारी दी जा रही है कि वाहन चलाते समय यातायात के नियमों का पालन अवश्य करें। वाहन को नियंत्रित गति से ही चलाएं, वाहन चलाते समय हेलमेट का प्रयोग जरूर करें,यातायात माह को सफल बनाने के लिए लोगों की सहभागिता जरूरी है। हालांकि प्रशासन द्वारा लोगों को जागरूक करने की सारी कवायद बेकार साबित हो जाती है जब प्रशासन के सामने ही यातायात के नियमों का खुलेआम उलंघन किया जाता है। मानक के विपरीत सवारी गाड़ियों में यात्रियों को ठूंस कर भर दिया जाता है। थोड़े से लाभ के लिए यात्रियों के जान की भी परवाह नहीं की जाती। सवारी एवं ओवरलोड से भरी गाड़ियां यातायात प्रशासन के सामने से खुलेआम दौड़ती है। लेकिन इसके बावजूद यातायात प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई न करना उनकी कार्यशैली पर संदेह उत्पन्न करता है। बिना डर के ओवरलोड वाहनों एवं सवारी गाड़ियों की रफ्तार जीवन की रफ्तार को रोकने के लिए पर्याप्त है। अभी सप्ताह भर पहले बीजेपी पूर्व जिला अध्यक्ष ने गम्भीर आरोप लगाते हुए ई-रिक्शा चालकों से वसूली कि कहीं थी इस गंभीर मामलें की जांच कर कार्रवाई कि मांग कि गई थी, लेकिन जिम्मेदार अफसरों ने उचित नहीं समझा, नतीजा पुलिस पिकेट के सामने ओवर लोड परिवहन एवं सवारियों को भूसा कि तरह भर कर वाहनों को देखा जा सकता है मेन चौंक पर आला अधिकारियों कि आंख तब खुलेगी जब हादसा होने के बाद निभाई जाने वाली औपचारिकता भरी सक्रियता पूर्णतया अर्थहीन है। यातायात के नियमों को तोड़ने वाले वाहन चालकों पर सख्त कार्रवाई करने की आवश्यकता है ताकि उनके साथ-साथ दूसरों के भी जिंदगी बचाई जा सके। हालांकि इसका दूसरा पहलू यह भी है की आप नागरिक होने के नाते हम भी सजग रहे,और वाहन से आते जाते हैं तो यातायात के नियमों का पालन अवश्य करें।