आजमगढ़। जनपद में कृषि क्षेत्र से जुड़ी जनसंख्या लगभग 60 प्रतिशत के करीब है। कृषि क्षेत्र के विकास हेतु केन्द्र तथा प्रदेश सरकार द्वारा अनेक महत्वपूर्ण योजनायें क्रियान्वित की जा रही हैं। वर्तमान परिदृश्य में यह अत्यन्त आवश्यक है कि कृषि क्षेत्र के विकास हेतु चलाई जा रही विभिन्न महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक समय से पहुँच सके जिससे संशाधनों के समुचित उपयोग से कृषि क्षेत्र का पूर्ण विकास सम्भव हो सके। इसी क्रम में शासनादेश द्वारा एग्रीस्टैक (डिजीटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर फॉर एग्रीकल्चर) के अर्न्तगत फार्मर रजिस्ट्री तैयार करने के सम्बन्ध में विशेष अभियान दिनांक 18 नवम्बर 2024 से 31 दिसम्बर 2024 तक चलाये जाने के निर्देश प्रदत्त हैं। फार्मर रजिस्ट्री तैयार करने की कार्यवाही जन अभियान के रूप में व्यापक रूप से लागू करते हुए शीघ्र पूर्ण किये जाने के उद्देश्य से ग्राम पंचायत स्तर पर कैम्प आयोजित कर वेब पोर्टल/मोबाइल ऐप का प्रयोग करते हुए सुनिश्चित किया जायेगा।
उप कृषि निदेशक, आजमगढ़ मुकेश कुमार ने बताया कि एग्रीस्टैक परियोजना के अन्तर्गत डिजिटल बेस किसान रजिस्ट्री तैयार की जानी है, जिसके लिए प्रथम चरण में 18 नवम्बर 2024 से कृषक सेल्फ मोड में इस योजना हेतु बनाये गये वेब पोर्टल https://upfr.agristack.gov.in/ एवं निरूपित किये गये मोबाइल एप Farmer registry UP के माध्यम से स्वयं रजिस्टेªशन कर सकेगें एवं जन सेवा केन्द्र के माध्यम से भी निर्धारित शुल्क अदा कर रजिस्टेªशन करा सकते हैं। दिनांक 25 नवम्बर 2024 से 31 दिसम्बर 2024 तक सभी ग्राम संतृप्त होने तक कृषि एवं राजस्व विभाग द्वारा ग्रामों में कैम्प लगाकर फार्मर रजिस्ट्री बनायी जायेंगी। फार्मर रजिस्ट्री में मुख्यतः कृषक की भूमि का विवरण संकलित होगा तथा आधार सहमति से उनको सरकारी योजनाओं का लाभ त्वरित प्राप्त होगा तथा अभीलेखों को बार-बार उपलब्ध कराने से मुक्ति मिलेगी। इसके साथ ही प्रधानमन्त्री किसान सम्मान निधि योजना की अगली किस्त उन्ही कृषकों को प्राप्त होगी जिनके द्वारा फार्मर रजिस्ट्री तैयार करा ली जायेगी। कैम्प हेतु ग्रामवार राजस्व/कृषि/पंचायत सदस्यों(कार्मिकों) की टीम गठित कर अभियान का शुभारम्भ किया जाना है।
उन्होने बताया कि पीएम किसान योजना के अंतर्गत किस्त प्राप्त करने हेतु अनिवार्यता की शर्त को पूर्ण कर लाभ प्राप्त करने में सुगमता होगी। पीएम किसान योजना के संतृप्तिकरण करने में सहायता मिलेगी। कृषकों को फसली ऋण हेतु किसान क्रेडिट कार्ड एवं एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फण्ड एवं कृषि के विकास हेतु अन्य ऋण प्राप्त करने में सुगमता होगी। फसल बीमा का लाभ प्राप्त करने सुगमता होगी। इसके साथ साथ आपदा प्रबंध के अंतर्गत कृषकों को छति पूर्ती हेतु कृषकों के चिन्हांकन में सुगमता होगी। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद में कृषकों का पंजीकरण वदसपदम माध्यम से हो सकेगा। कृषकों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभ प्राप्त करने में कृषि एवं सम्बद्ध विभागों को फार्मर रजिस्ट्री के उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर योजनाओं का लाभ वितरण करने में सुगमता होगी और लाभार्थी के बार-बार सत्यापन आवश्यक नहीं होगा। कृषकों को समय से वांछित परामर्श, विभिन्त्र संस्थाओं द्वारा कृषकों से सम्पर्क के अवसर में वृद्धि के साथ साथ नवोन्मेषी कार्यक्रमों के विस्तार में सफलता प्राप्त होगी।
कृषक बन्धु सर्वप्रथम कैम्प में जाकर टीम के प्रथम सदस्य से अपनी आधार ओ0टी0पी0 आधारित के0वाई0सी0 करायेंगे तथा उसके बाद लेखपाल के पास जाकर अपनी भूमि को चुनेंगे इसके उपरान्त ई-हस्ताक्षर के माध्यम से आधार ओ0टी0पी0 लेखपाल को साझा कर अपना गोल्डन कार्ड जारी करा लेंगे। फार्मर रजिस्ट्री बनाने की प्रक्रिया बिलकुल सरल है केवल कृषक बन्धु को आधार ओ0टी0पी0 साझा कर अपनी भूमि को लेखपाल के माध्मय से चुनना होगा। जिससे उनकी फार्रम आई0डी0 बन जायेगी।
योजनान्तर्गत कृषक को अपने साथ कैम्प में अपनी सभी भूखण्डों की खतौनी ले जानी होगी। कृषक को अपने साथ अपना मूल आधार कार्ड ले जाना होगा। कृषक का आधार कार्ड उनके मोबाईल नम्बर से लिंक होना अनिवार्य है। आधार लिंक मोबाईल फोन अपने साथ ले जाना अनिवार्य होगा। कृषक को मोबाईल पर प्राप्त ओ0टी0पी0 कैम्प में टीम को साझा करना होगा।
उन्होने सभी किसान भाईयों से अपील किया है कि अपने ग्राम में आयोजित होने वाले कैम्प में प्रतिभाग कर प्राथमिकता से अपनी फार्मर रजिस्ट्री तैयार करा लें, ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ आपको सुलभ रुप से प्राप्त हो सके। किसान बन्धु अभियान सम्बन्धी विस्तृत जानकारी अपने निकटतम कृषि/राजस्वकर्मी या कार्यालय/जनसेवा केन्द्र से प्राप्त कर सकते हैं अथवा जनपद स्तर पर स्थापित हेल्प डेस्क नम्बर 9792773880 पर काल कर सकते हैं।