देवल संवाददाता,मऊ। मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत नागर की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री डैशबोर्ड पर आधारित विकास कार्यों की मासिक समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।बैठक के दौरान विद्युत विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने अधिशासी अभियंता विद्युत को निर्देश दिए कि खराब ट्रांसफार्मर,दैनिक विद्युत आपूर्ति ग्रामीण एवं शहरी तथा विद्युत बिल में सुधार लाने तथा मानक अनुसार विद्युत आपूर्ति कराएं। राष्ट्रीय आजीविका मिशन एवं मनरेगा के निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप कार्यों को पूर्ण न करने पर मुख्य विकास अधिकारी ने 30 नवंबर तक कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश डीसी मनरेगा को दिए। कृषि विभाग की समीक्षा में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जिला कृषि अधिकारी से कृषि विभाग में संचालित योजनाओं की जानकारी ली गई तथा कृषि रक्षा रसायन डीबीटी, प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि योजना,प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना,पीएम कुसुम योजना तथा बीज वितरण के संबंध में कहा कि किसानों को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से सत प्रतिशत लाभान्वित करें,तथा वर्तमान समय में गेहूं के बीज एवं खाद्य का वितरण समय से करना सुनिश्चित करें। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा की समीक्षा में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जिला चिकित्सालय,महिला चिकित्सालय एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों की स्थिति की जानकारी लेते हुए उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए की चिकित्सालय में महिलाओं के सुरक्षा के दृष्टिगत सीसीटीवी कैमरे तथा भर्ती मरीज को मूलभूत सुविधाएं तथा समय से दवाओ की उपलब्धता के साथ ही ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में एम्बुलेंस की बेहतर व्यवस्था करने को कहा। इसके अलावा सीटी स्कैन, मोबाइल मेडिकल यूनिट, बायोमेडिकल उपकरण के रख रखाव तथा डॉक्टरों की उपस्थिति आदि पर विशेष ध्यान देने को कहा। जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत हर घर शुद्ध जल पहुंचाया जाना है। जल जीवन मिशन योजना के तहत कराये जा रहे कार्यों की धीमी प्रगति पर अधिशासी अभियंता जल निगम को कार्यों की गति बढ़ाने के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी द्वारा दिया गया। फैमिली आईडी की समीक्षा में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा फैमिली आईडी के प्रतिशत में कमी होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए समस्त खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन परिवारों के फैमिली आईडी नहीं बने हैं उनका अनिवार्य रूप से फैमिली आईडी बनवाएं जिससे सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित किया जा सके। निराश्रित गोवंश संरक्षण के संबंध में मुख्य विकास अधिकारी ने सभी खंड विकास अधिकारियों को भौतिक सत्यापन कर लंबित भुगतानों को यथाशीघ्र कराए जाने के निर्देश दिए। पोषण अभियान में जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर मूलभूत उपकरण न होने से समस्याएं उत्पन्न होती हैं, जिसपर मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि शासन स्तर पर पत्राचार कर उपकरणों की खरीदारी कर लें। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत अभ्यर्थियों द्वारा किए गए आवेदनों का सत्यापन समस्त खंड विकास अधिकारी अपने स्तर से यथाशीघ्र कर लें इसमें यह अवश्य देखें कि आवेदनकर्ता परंपरागत व्यावसायिक है या नहीं जिसके आधार पर उनका चयन किया जा सके। बैठक के अंत में मुख्य विकास अधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री डैशबोर्ड पर आधारित विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न करें,क्योंकि इसकी मॉनिटरिंग मुख्यमंत्री कार्यालय से नियमित किया जा रहा है। यदि किसी अधिकारी द्वारा लापरवाही की जाती है तो संबंधित अधिकारी के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही निश्चित रूप से की जाएगी जिसके जिम्मेदार अधिकारी स्वयं होंगे। इस दौरान परियोजना नेडा के बैठक में अनुपस्थित पाए जाने पर मुख्य विकास अधिकारी ने उनका वेतन बाधित करने के भी निर्देश दिए।बैठक में प्रभारी डी पी आर ओ सुमित सिंह,डीसी मनरेगा उपेंद्र पाठक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष उपाध्याय,जिला कृषि अधिकारी सोम प्रकाश गुप्ता,जिला उद्यान अधिकारी संदीप गुप्ता,जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी सुशील कुमार,उपायुक्त उद्योग राजेश रोमन,समस्त खंड विकास अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।