कृष्ण कुमार तिवारी, ब्यूरो चीफ, अंबेडकर नगर, दैनिक देवल |
ग्राम पंचायतों में अब तीसरी आंख से निगरानी होगी। सार्वजनिक रास्तों, धार्मिक स्थल व पंचायत भवन सहित अन्य स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की तैयारी की जा रही है। ये कैमरे ग्राम पंचायत की ओर से स्वयं के मद से लगवाए जाएंगे। इससे आए दिन होने वाली चोरी व अन्य घटनाओं को रोकने और उसके अनावरण में सहूलियत मिलेगी।शासन की ओर से लगातार ग्राम पंचायतों में आधुनिक सुविधाएं मुहैया कराने की प्रक्रिया चलाई जा रही है। इसीलिए पंचायत भवनों को बहुउद्देशीय बनाया गया है। अब ग्राम पंचायतों में सीसीटीवी कैमरे लगवाने का निर्णय हुआ है। बता दें कि जहांगीरगंज ब्लाॅक में कुल 87 ग्राम पंचायतें हैं, इन सभी ग्राम पंचायतों में सीसीटीवी कैमरे लगने हैं। शासन के निर्देश के बाद जिम्मेदारों ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है।दरअसल, ग्रामीण क्षेत्रों में चोरी व अन्य अपराध होने पर कोई साक्ष्य उपलब्ध न होने से पुलिस को छानबीन में मुश्किल होती है। अब सीसीटीवी कैमरों के लग जाने से यह समस्या नहीं होगी। हालांकि कैमरे लगाने के लिए शासन से अलग से कोई बजट नहीं दिया गया है। ग्राम पंचायत में राज्य वित्त से ही सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाने हैं। कई ग्राम पंचायतों में राज्य वित्त का पैसा काफी काम आता है, इसके चलते उन पंचायतों में कैमरे लगवाए जाने में मुश्किल हो सकती है।ग्राम पंचायतों को दिए गए निर्देश,ग्राम पंचायतों को योजना के तहत काम करवाने का निर्देश दिया गया है। आगे अगर कोई समस्या आती है उसके समाधान का रास्ता निकाला जाएगा। - सतीश सिंह, खंड विकास अधिकारी