आमिर। ब्यूरो चीफ। देवल।जौनपुर। संयुक्त सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग भारत सरकार डा. मनश्वी कुमार द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार में स्वास्थ्य विभाग से सम्बन्धित योजनाओं के सम्बन्ध में बैठक की गई। संयुक्त सचिव ने स्वास्थ्य संबंधी नीतियों और योजनाओं के क्रियान्वयन, स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार, स्वास्थ्य संबंधी आंकड़ों और अनुसंधान का विश्लेषण, स्वास्थ्य मंत्रालय के विभिन्न विभागों के बीच समन्वय सहित संबंधी बिन्दुओं पर अधिकारियों के साथ विस्तार से चर्चा की गई। पीएम जन आरोग्य योजना की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है जिसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के बीच समन्वय अति आवश्यक है जिससे सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज के उद्देश्य को पूर्ण किया जा सके। उन्होंने कहा कि हमारी जीवनशैली, प्राकृतिक प्रतिरक्षा को प्रभावित करती है, जो हमारे स्वास्थ्य का निर्धारण करती है। उन्होंने जनपद में जैविक खेती को बढ़ावा देने, सिन्थेटिक प्लास्टिक का प्रयोग न करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आयुष्मान कार्ड प्रत्येक पात्र व्यक्ति का अधिकार है इसलिए आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रगति को बढ़ाया जाए। नवजात शिशु के पोषण के संबंध में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने जनपद के अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता के सम्बन्ध में मुख्य चिकित्साधिकारी से जानकारी ली।
जनपद के आकांक्षात्मक ब्लाक मछलीशहर और रामपुर में संचालित स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा भी की। उन्होंने सैम-मैम बच्चों के चिन्हांकन, आंगनबाड़ी केन्द्र, ई-संजीवनी, सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं, सरकारी ईकाईयों में प्रसव, एएनसी में पंजीकृत गर्भवती महिलाओं, टीबी रोगियों की स्क्रीनिंग, 6 माह से लेकर 6 वर्ष के बच्चों के लिए संचालित पोषण अभियान आदि की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि उपरोक्त स्वास्थ्य सम्बन्धी महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है जिससे शासन के मंशानुरुप स्वास्थ्य के क्षेत्र में सही दिशा में कार्य किया जा सके। उन्होंने हाइपरटेन्शन, टीबी, सर्वाइकल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर के इलाज एवं रोकथाम के विषय पर भी विस्तृत चर्चा की। उन्होंने नशा मुक्त भारत अभियान की समीक्षा करते हुए नशा उन्मूलन से संबंधित सफलता की कहानी दिखाने के निर्देश दिए।
संयुक्त सचिव ने जनपद के लोगों के खान-पान, जीवन शैली में बदलाव लाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अच्छी जीवनशैली अच्छी स्वास्थ्य की पहचान है। सन्तुलित आहार लेना अत्यन्त आवश्यक है, जिससे स्वास्थ्य सम्बन्धी चुनौतियों एवं प्रतिकूल प्रभाव से बचा जा सकता है। मुख्य विकास अधिकारी ने संयुक्त सचिव को आश्वस्त कराया कि जो भी सुझाव एवं निर्देश दिये जा रहे हैं उनका शत-प्रतिशत पालन कराया जाएगा। इस अवसर पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सौरभ कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. लक्ष्मी सिंह, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी डा. अरूण कुमार यादव सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।