कृष्ण कुमार तिवारी ब्यूरो चीफ अंबेडकर नगर दैनिक देवल | बैनामे दार सीमा सोनी पत्नी संतोष कुमार की जमीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नगपुर जलालपुर के रोड पर रोड के पश्चिम दिशा में भूमाफियाओं की सह पर अवैध रूप से हो रहे कब्जे को रोकने के लिए गए एसडीएम जलालपुर ने रास्ते से जा रहे पत्रकारों को भीड़ को देखते हुए रूकने पर पत्रकारों से नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए कहा कि यह समस्या आप लोग सुलझा दीजिए, यहां पर मेरा क्या काम ही है मैं जाऊं एस डी एम जलालपुर ने बिना जमीन की पैमाइश किए हुए पास पड़ोस के लोगों की गवाही लेकर अवैध कब्जेदार को कब्जा करने से ना रोक कर बैनामे दार की अपूर्णीय छति कर रहे हैं। राजस्व के मामले में यदि सक्षम अधिकारी एसडीएम नहीं जिम्मेदार है तो राजस्व के मामले में आखिर जिम्मेदार कौन है। विचारणीय प्रश्न बना हुआ है।जमीन की कबजेदारी यदि गवाहों द्वारा ही फाइनल हो जाती है तो राजस्व कर्मी अर्थात लेखपाल, कानूनगो, तहसील दार,एसडीएम और तमाम लेखा-जोखा रखने वाले कागजातों की क्या आवश्यकता है।एसडीएम ने घटनास्थल पर पहुंचकर कहा कि हम किसी के कब्जे को नहीं रुकवा सकते आखिर बिना पैमाइश के यदि कब्जा किया जा रहा है तो कब्जे को रोकने की जिम्मेदारी आखिर किसकी है यह चर्चा का विषय बना हुआ है।क्या एसडीएम जलालपुर सुभाष सिंह देवरिया जैसी घटना का इंतजाम कर रहे है इस प्रकार की चर्चाओं का माहौल गर्म है।यदि घटनास्थल पर देवरिया जैसी घटना हो जाती है तो इसका जिम्मेदार आखिर कौन होगा, इस पर प्रश्न चिन्ह लगा है। सूत्रों की यदि माने तो इस प्रकार की अवैध कब्जेदारी का एसडीएम जलालपुर सुभाष सिंह के कार्यकाल का कोई पहला मामला नहीं है ऐसे कई मामले इनके कार्यकाल में पहले भी हो चुके हैं। पूरा प्रकरण चर्चा का विषय इसलिए बना हुआ है कि यदि सक्षम अधिकारी घटनास्थल पर जाता है और वह लोगों के गवाही के आधार पर जमीन की कबजेदारी को साबित करता है तो राजस्व के मामले के लिए निस्तारण के लिए तमाम राजस्व अधिकारी, कर्मचारी की नियुक्ति क्यों की गई है और सरकार सभी विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों के वेतन का वर्डन क्यों सम्भाल रही है।अमन सोनी निवासी नगपुर ने एसडीएम जलालपुर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कहीं ऐसा तो नहीं की एसडीएम साहब मैनेज हो गए हो और एक पक्षीय निर्णय ले रहे है और यह भी कहा कि कुछ कथित भाजपा नेता की सह पर मेरे जमीन को अवैध रूप से विपक्षी गण दबंगई के बल पर कब्जा कर रहे हैं। जिसको लेकर मैं बहुत हैरान व परेशान हूं मेरा परिवार पूर्ण रूप से हतोषप्रद है।