पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी शंभू कुमार ने राजस्व में लापरवाही देखते हुए एक्सईएन( ग्रामीण खंड द्वितीय) कायम सिंह को चार्जशीट जारी किया है। जबकि, गर्मी के समय में उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति पहुंचाने में लापरवाही करने पर धुरियापार के जेई कैलाश राम को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।सूचना थी कि एक और जेई की लापरवाही सामने आई है। लेकिन, एमडी के जाने के बाद देर रात 10 बजे कैलाश राम जेई की लापरवाही सामने आई। एमडी ने समीक्षा बैठक में गोरखपुर जोन में बिजली व्यवस्था को प्रभावी बनाए रखने और गर्मी मे भी राजस्व और आपूर्ति में कमी न आए, इसके लिए जोर दिया।कहा, बिजली कटौती नहीं होनी चाहिए। सूचना मिलती है कि 10, 15 या आधे घंटे पर बिजली फाल्ट होते रहता है। अगर ऐसा तो अब बिजली घर से फीडर में अलग-अलग कारणों से थोड़ी-थोड़ी देर बिजली आपूर्ति जाने की पूरी सूची तैयार होगी। इनके कारणों को दूर करने का जिम्मा अभियंताओं का होगा।इसी आधार पर अतिभारित या अन्य खामियों से आने वाले फाल्ट कर गर्मी में बेहतर बिजली आपूर्ति देना बिजली निगम का लक्ष्य है। ये बातें पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक शंभु कुमार ने कहीं। उन्होंने कहा कि भारी-भरकम धनराशि खर्च करके लाइन अनुरक्षण माह (बीते अक्टूबर से फरवरी-24) तक चलाया गया है।इस दौरान बड़े पैमाने पर नई लाइनों के निर्माण, ओवरलोड पावर एवं डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर एवं विद्युत उपकेंद्र की क्षमतावृद्धि का काम किया गया। जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि हर हाल में उपभोक्ताओं को बेहतर आपूर्ति मिलनी चाहिए। इस मामले में किसी तरह ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में एमडी पावर कारपोरेशन पूर्वांचल शंभू कुमार ने बताया कि गोरखपुर जोन में 18 जगहों पर पावर ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि की गई, 33 केवी की 10 नई लाइन बनी, 33 केवी के 42 उपकेंद्रों का सुदृढ़ीकरण किया गया, जबकि 11 केवी के 83 फीडरों की क्षमतावृद्धि करके ओवरलोड की क्षमता को खत्म किया।इस तरह डिस्ट्रीब्यूशन के ओवरलोड 766 ट्रांसफामरों की क्षमतावृद्धि का रिकार्ड बनाया गया। इसके अलावा 20 जगहों पर डबल लाइन का निर्माण कराया गया, ताकि एक लाइन में खराबी आने पर दूसरी लाइन से आपूर्ति बहाल कर दी जाए। 496 स्थानों पर नया ट्रांसफार्मर स्थापित किया गया।वहीं, उपभोक्ताओं की समस्या को देखते हुए 88 नई एलटी लाइन का निर्माण भी किया गया। 650 ट्रांसफार्मरों के अर्थिंग का काम किया गया, ताकि किसी दुर्घटना में जनहानि को रोका जा सके। ट्रॉली की संख्या को बढ़ाकर 18 कर दिया गया है, जिससे आधे घंटे भीतर आपूर्ति बहाल कर दी जाए।उन्होंने आगे कहा कि बचे ऐसे स्टेशनों को चिह्नित किया जा रहा है, जहां क्षमता वृद्धि की जरूरत है। ऐसे हालात में यह तय है कि गर्मी में उपभोक्ताओं को फाल्ट रहित बिजली आपूर्ति मिलेगी।एमडी ने कहा कि एक फाल्ट लोकेटर मशीन जल्द ही महानगर को उपलब्ध करा दी जाएगी। इसके मिलने से भूमिगत फाल्ट होने पर इस मशीन से उसे आधे घंटे के भीकर ढूंढा जा सकेगा। ट्रिपिंग के सवाल पर उन्होंने कहा कि स्टेशनवार 5 से 15 मिनट की मॉनिटरिंग के निर्देश दिए गए हैं।इस व्यवस्था से खामी को तत्काल दूर किया जा सकेगा। एबीसी की गुणवत्ता के सवाल पर उन्होंने कहा कि यदि ऐसा है तो जांच के बाद उचित कार्रवाई होगी। अवर अभियंता जवाबदेह होंगे।बक्शीपुर विद्युत स्टेशन परिसर से हटेगा अवैध कब्ज एमडी ने बताया कि बक्शीपुर उपकेंद्र की जमीन पर अवैध कब्जे की जानकारी नहीं है। लेकिन, अगर ऐसा है तो इसकी रिपोर्ट तैयार कराई जाएगी।