आजमगढ़ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर ई रिक्शा चालकों के साथ आए रामविलास साहू ने बताया की, ई-रिक्सा चलाने वाले अत्यन्त ही गरीब तपके के व्यक्ति है, रोज कमाते खाते है। इसी आय पर उनका पुरा परिवार आश्रित है। वर्तमान समय में ट्रैफिक इंचार्ज द्वारा रूट डाइर्वजन किया गया है। ई-रिक्सा को चार भाँगों में बाटा गया है, जिसके कारण टैक्सी स्टैण्ड नरौली, रोडवेज, रेलवे स्टेशन से चलन पर पंचित किया गया है। जहाँ पर सवारी मिलती है, जिसके कारण उपरोक्त ई-रिक्सा चलाने वालों का इस रूट पर ना चलने के कारण आर्थिक स्थिति दैनिय हो गयी है। कि रूट प्लान चार वर्गो के बजाय तीन वर्गो में बांटा जाय, ताकि इनको सवारी मिल सके और उपरोक्त ई-रिक्सा बाल वाले अपना उप जीविकोपार्जन सुचारू रूप से चला सके। जिसके सम्बन्ध में ई-रिक्सा जन कल्याण समिति आजमगढ़ द्वारा श्रीमान जिलाधिकारी महोदय को ज्ञापन देकर अनुरोध किया गया था। जिलाधिकारी महोदय ने आप श्रीमान से सम्पर्क कर उक्त समस्या का निस्तारण करने को कहा गया था। मॉग-पत्र 1. हर्रा की चुंगी, कोट, गाँधी तिराहा, रोडवेज, बवाली मोड बाया रेलवे स्टेशन। 2. हाफिजपुर वाया पहाड़पुर, करतालपुर, बवाली मोड़, नरौली वाया रेलवे स्टेशन। भवरनाथ वाया करतालपुर, सदर, हाफिजपुर, जुनेदगंज वाया भवरनाथ । 3. 4. 5. 6. परमिट आटो डीजल को रूट डाईवर्जन का पालन कराया जाय। चार पहिया वाहन भारी वाहन को शहर में नो-इन्ट्री य वन-वे का पालन कराया जाय, ताकि शहर को जाम से मुक्त किया जा सके। जो शहर से 20 किमी0 की आटो एवं ई-रिक्सा को शहर में चलने से प्रतिबन्धित किया जाय। 7. बिना लाईसेंस एवं कम उम्र के ई-रिक्सा चालको, गाडी, चलाने वालो पर रोक लगायी जाय 8. जिससे दुर्घटना होने से बचा जा सके। ई-रिक्सा चालकों के रूट डाईवर्जन की नम्बरिंग विश्वसनीय समिति द्वारा ही कराया जाय। उपरोक्त ई-रिक्सा चालकों के हित में न्यायोचित निर्णय लेने की कृपा करें, ताकि उपरोक्त ई-रिक्सा चालकों की रोजी-रोटी सुचारू रूप से चल सके।