देवल संवाददाता, लखनऊ।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीपावली के उपहार के रूप में हर देश और प्रदेशवासी को जीएसटी रिफॉर्म का गिफ्ट दिया है। इससे जहां एक ओर जरूरी चीजें छात्रों के लिए शिक्षण सामग्री, दूध, दही, घी, पनीर, खाने की वस्तुओं में भारी छूट दी गयी है, वहीं दूसरी ओर नशे और फिजूलखर्ची पर भारी टैक्स लगाया गया है। युवाओं के सपनों को उड़ान देने के लिए बाइक, कार, घर, घर पर लगने वाले स्टील, सीमेंट आदि पर भी छूट दी गयी है। यह घोषणा 3 सितंबर को जीएसटी काउंसिल ने की थी, जिसे 22 सितंबर से पूरे देश में लागू किया जा रहा है। वहीं विजयदशमी पर हर गांव, हर कस्बे और हर जिले में युवाओं को बुराई के प्रतीक पाप, अत्याचार, भ्रष्टाचार, अन्याय और नशे का पुतला जलाना होगा।
ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आवास पर रविवार को नशामुक्त भारत के लिए नमो युवा रन का शुभारंभ करते हुए कही। नमो मैराथन कालिदास मार्ग से शुरू होकर 1090 चौराहे पर समाप्त हुई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत माता की जय के जयकारों से युवाओं को हौसला बढ़ाया।
युवा शक्ति सेवा पखवाड़ा के तहत नमो मैराथन से जुड़ रही
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के अवसर पर देशवासियों से “विकसित भारत” का संकल्प लेने और पंच प्रण के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया था। उन्होंने कहा था कि गुलामी के अंशों को समाप्त करना होगा, अपनी विरासत का सम्मान करना होगा, सेना व वर्दीधारी बलों के प्रति आदर रखना होगा, सामाजिक समता के निर्माण के लिए कार्य करना होगा और अपने नागरिक कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करना होगा। यही पंच प्रण भारतवासियों को विकसित भारत की यात्रा का सारथी बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की इसी प्रेरणा से उत्तर प्रदेश ने 'विकसित भारत–विकसित उत्तर प्रदेश' अभियान को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया। अभियान को प्रदेश में युवाओं, किसानों, श्रमिकों, व्यापारियों और बुद्धिजीवियों का अपार समर्थन मिल रहा है। हर व्यक्ति अपने क्षेत्र में योगदान देने को तैयार है।
आत्मनिर्भरता को विकसित होने की कुंजी बताते हुए उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर समाज स्वस्थ समाज से ही बनता है और ऐसे आयोजनों जैसे 'नमो मैराथन' से समाज को नई दिशा मिलती है। वर्ष 2014 के बाद प्रधानमंत्री ने देश में स्वास्थ्य और युवा कल्याण से जुड़े कई अभियानों को गति दी।
विश्व योग दिवस को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिली, ‘खेलो इंडिया’, ‘फिट इंडिया मूवमेंट’, ‘सांसद खेलकूद प्रतियोगिताएं’ जैसे अभियानों से युवाओं को प्रेरणा मिली। साथ ही ‘मिशन रोजगार’ के जरिए युवाओं के लिए अवसर सुनिश्चित किए गए। आज वही युवा शक्ति सेवा पखवाड़ा के तहत 'नमो मैराथन' से जुड़ रही है।