देवल संवाददाता, आजमगढ़। जनपद के अहरौला थाना क्षेत्र के माहुल कस्बे में 12 सितंबर को बीजेपी नेता अजय श्रीवास्तव और शाहराजा निवासी राजेंद्र यादव के बीच हुए विवाद के बाद जेल से छूटे राजेंद्र यादव के समर्थन में पूर्व विधायक अरुण कांत यादव ने माहुल में एक महापंचायत का आयोजन किया। इस महापंचायत में अरुण कांत यादव ने राजेंद्र यादव को पीड़ित बताते हुए पुलिस और स्थानीय प्रशासन की कार्रवाई को एकतरफा और दोषपूर्ण करार दिया। अरुण कांत यादव ने कहा कि 12 सितंबर को हुए विवाद में राजेंद्र यादव को उनकी जाति के आधार पर लोगों ने घेरकर मारा-पीटा, जो निंदनीय है। उन्होंने अपनी ही पार्टी के कुछ स्थानीय बीजेपी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि वे केवल दलाली तक सीमित हैं। पूर्व विधायक ने यह भी बताया कि उन्होंने इन नेताओं को महापंचायत में आमंत्रित किया था, लेकिन वे नहीं आए।
अरुण कांत यादव ने आरोप लगाया कि विवाद के बाद पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई करते हुए राजेंद्र यादव का चालान अगले ही दिन उपजिलाधिकारी फूलपुर के न्यायालय में कर दिया। इसके बाद दबाव बनाकर उन्हें जेल भेज दिया गया, जो पूरे समाज के लिए शर्मनाक है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के भीतर अजय श्रीवास्तव और उनके सहयोगी अपने कृत्य पर खेद प्रकट नहीं करते, तो वे आजमगढ़ के पुलिस अधीक्षक से मिलकर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे। इसके साथ ही, उन्होंने क्षेत्र के पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक समुदायों से अपील की कि वे अन्य जाति के दुकानदारों का बहिष्कार करें और उनकी दुकानों से सामान न खरीदें। महापंचायत में कृपा शंकर यादव, लालबहादुर यादव, राजेश यादव, अमित पाल, राघवेंद्र यादव, राज बहादुर यादव सहित लगभग 500 लोग मौजूद रहे।