देवल, ब्यूरो चीफ,ओबरा। राष्ट्रीय नव निर्माण सेना ट्रस्ट के तत्वावधान में सोमवार को राजकीय बालिका इंटर कॉलेज ओबरा में चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में दर्जनों बच्चों ने भाग लिया, जिनमें से आठ बच्चों को पुरस्कृत किया गया। इसी अवसर पर नई उड़ान नई पहचान कार्यक्रम बड़े ही उत्साह के साथ आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष आनन्द पटेल दयालु ने किया। अध्यक्षता कर रहे आनन्द पटेल दयालु ने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य क्रांतिकारी विचारधाराओं को लोगों में आत्मसात करना है, जिससे वह डॉक्टर बने, इंजीनियर बने, नेता बने, बिजनेसमैन बने, अध्यापक बने, सबसे पहले वह देशभक्त बने। इसके लिए बचपन से ही उन्हें क्रांतिकारियों के बारे में बताना होगा और क्रांतिकारी भगत सिंह की जयंती महीने के उपलक्ष में यह अनोखी पहल उन बच्चों को उत्साहित करने के लिए है, जो कम नंबर पाते हैं या असफल हो जाते हैं। कहा कि तीन बार हाई स्कूल में फेल होने वाले क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है। सचिन तेंदुलकर ने हाई स्कूल से ज्यादा पढ़ाई नहीं कर पाए। इसी तरह धीरूभाई अंबानी देश के सबसे बड़े बिजनेसमैनों में एक रहे। थॉमस अल्वा एडिसन को स्कूल से निकाल दिया गया, यह कहकर कि यह कमजोर बच्चा है, स्कूल में पढ़ने लायक नहीं है। उसकी मां ने साड़ी का सबसे बड़ा वैज्ञानिक बना दिया। उसने विद्युत बल्ब बनाकर इतिहास रचा। तमाम ऐसे बच्चे इतिहास बना सकते हैं जिन्हें समाज हेय दृष्टि से देखता है। माता-पिता भी हेय दृष्टि से देखते हैं और कहते हैं कि यह बच्चा कुछ नहीं कर सकता। फेल वह केवल एक कागज के टुकड़े में हुआ है, वह मां-बाप के दिल का टुकड़ा है, वह समाज और देश का भविष्य बन सकता है, बस उसे संवारने की जरूरत है। इसी बात का अहसास कराने के लिए यह कार्यक्रम राष्ट्रीय नवनिर्माण सेना ट्रस्ट लेकर आई है। इस विशेष आयोजन का मुख्य उद्देश्य परीक्षा में असफल हुए बच्चों को प्रोत्साहित करना और उनकी प्रतिभा को नई दिशा प्रदान करना रहा। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि चांदनी देवी (अध्यक्षा नगर पंचायत ओबरा) ने बच्चों से कहा कि असफलता अंत नहीं, बल्कि आगे बढ़ने का पहला कदम है। जीवन में सफलता पाने के लिए धैर्य, मेहनत और सकारात्मक सोच सबसे बड़ा हथियार हैं। उन्होंने कहा कि हर बच्चा अनमोल है, उसकी प्रतिभा केवल अंकों में नहीं आंकी जा सकती। हम सबकी जिम्मेदारी है कि बच्चों को असफलता से ऊपर उठने की प्रेरणा दें। इस मौके पर संरक्षक सत्येंद्र सिंह, धनराज सिंह, झल्लन शर्मा, कुमारी प्रिया, कुमारी चंचला, कुमारी आंचल चौहान, जनाब महताब आलम, अलका वर्मा, विकास कुमार गोड, शरीफ खान, शिब्बु शेख आदि मौजूद रहे।