देवल, ब्यूरो चीफ,म्योरपुर, सोनभद्र। स्थानीय ब्लॉक के ग्राम पंचायत रन टोला स्थित जमतिहवा नाला के चितपहरी गुफा वाली 180 करोड़ वर्ष पुरानी समुद्र के तलछटी से निर्मित स्लेटी चट्टानों को सरंक्षित कर आस-पास के जगहों को पर्यटन के रूप में विकसित किया जाएगा। ओबरा विधान सभा के विधायक और सूबे के समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव कुमार गोंड ने मंगलवार को जमतिहवा नाला श्मशान घाट तक पहुंच कर ग्राम प्रधान दिनेश जायसवाल से मंत्रणा की और पर्यटन के रूप में विकसित करने का आश्वासन देते हुए बताया कि जल्द ही पर्यटन विभाग के अधिकारियों और जिलाधिकारी के साथ बैठक कर इसकी रूप रेखा तैयार की जाएगी। राज्य मंत्री ने कहा कि तीन साल पहले देश और विदेश के भू वैज्ञानिकों ने बीएचयू के प्रख्यात भू वैज्ञानिक डा वैभव श्रीवास्तव के अगुवाई में स्थलीय निरीक्षक किया था और इसे विश्व का अनोखा धरोहर बताया था। जो बताता है कि पृथ्वी इससे पहले चार बार उथल पुथल हुई है और अनेकों बदलाव हुए है। यह विश्व भर के भू गर्भ शोध छात्रों के लिए शोध केंद्र बनेगा। ऐसे में इस स्थानों को संरक्षित और सुगम रास्ता के साथ पर्यटन के रूप में विकसित किया जाना जरूरी है। ग्राम प्रधान ने बताया कि आस पास रिहद जलाशय का किनारा और जंगलों का अनुपम सुन्दर दृश्य पर्यटकों को लुभाएगा।