देवल संवाददाता, गोरखपुर ।कैबिनेट मंत्री डॉक्टर संजय निषाद ने कहा कि भाजपा को सपा बसपा से आए इंपोर्टेड नेताओं से सावधान रहना चाहिए। मछुआ समाज के आरक्षण को लेकर दिल्ली में दसवीं स्थापना दिवस पर आवाज उठाया गया है। उन्होंने कहा कि हमने परिवारवाद नहीं किया। अपने बेटे को पद से हटाया है दूसरी पार्टी हटाकर देखे।
उक्त बातें मंगलवार को उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉ संजय निषाद ने एनेक्सी भवन सभागार में पत्रकार वार्ता कर की। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हुए अधिवेशन में सर निषाद समाज एकजुट था। कुछ अहम फैसले लिए गए। उन्होंने कहा कि शुरू में हम अकेले थे कारवां आगे बढ़ता गया।
काफी संघर्षों के बाद सफलता मिली। पिछड़ों में हमारा नाम नहीं है। इसके लिए हम 75 जिलों में गए हैं संघर्ष किए हैं। 31 को हम जनजाति दिवस मनाएंगे। उन्होंने कहा कि हम लगातार आंदोलन कर रहे हैं 2013 से। रेल आंदोलन की हमें अनुसूचित जाति में लाने के लिए हम प्रयासरत हैं।
उन्होंने कहा कि शिल्पकारों को अनुसूचित जाति का दर्जा मिला है हमको नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि हम अभी बिहार दौरा भी करेंगे। एक सवाल के जवाब पर उन्होंने जयप्रकाश निषाद को हाथी से आए हुए का बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा अगर 403 का 403 टिकट के साथ समाज को देती है तो यह और अच्छा है।
2024 में कुछ नहीं मिला 2027 में आगे देखना है मांगने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि जयप्रकाश निषाद हमारी पार्टी में आए तो हम टिकट देंगे। उनका कहना था कि आरक्षण की आवाज़ उठाएं विधानसभा वगैरा हम उनके साथ चलेंगे, हम तैयार हैं। हम उनके पीछे चलने के लिए तैयार हैं।
उनका कहना था कि समाज को सही दिशा में हम ले चल रहे हैं इसका लाभ भाजपा को मिल रहा है। उनका कहना था कि भाजपा को लगता है कि हमसे फायदा नहीं है तो वह गठबंधन तोड़ सकती है। कोई पार्टी कोई नेता घमंड में ना रहे। 2018 की जीत याद रखनी चाहिए सपा बसपा एक हो गई थी हम भाजपा के साथ थे बहुत बड़ी जीत हुई।
उन्होंने कहा कि हम भगवान राम को मानते हैं निषादराज के वंशज हैं। अमर आदित्य लोगों पर भाजपा को कार्रवाई करनी चाहिए। उनका कहना था कि मुख्यमंत्री योगी हमारे मार्गदर्शक हैं एकता में बल होता है। एक सवाल के जवाब पर उन्होंने कहा कि हम राजनीति नहीं करेंगे तो और क्या करेंगे विधानसभा हमारा समाज जाएगा तो हम भी जाएंगे। समाज के लिए आंदोलन करेंगे। उनका कहना था कि पंचायत चुनाव में भी हम बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे।