देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। भाजपा सरकार में आमजन की समस्याओं को अनसुना किया जा रहा है। बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए जिले के ग्रामीण इलाकों में निवास करने वाले हजारों लोग तरस रहे हैं। जल निगम के अधिकारियों की उदासीनता से लाखों रूपए की लागत से निर्मित बढ़ौली-कुसाही पेयजल परियोजना महज शो-पीस बनकर रह गई है। इस परियोजना से गांवों में नियमित पेयजलापूर्ति बाधित होने से लोगों को दूषित जल का सेवन करना पड़ रहा है। इन जनसमस्याओं के समाधान के लिए आवाज उठाने के बजाए सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधि मौन साधे बैठे हैं। यह बातें जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता शत्रुंजय मिश्रा ने कहीं।
उन्होंने कहा कि बढ़ौली-कुशाही पेयजल परियोजना काफी समय से ठप है। परियोजना को चालू कराने की मांग को लेकर पूर्व में जल निगम कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया गया था, लेकिन समस्या जस की तस है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना से बढ़ौली, गोरारी, पुसौली, इमरती कालोनी, संत नगर, उरमौरा, छपका, बिचपई, लोढ़ी आदि दर्जनों गांवों में शुद्ध पेयजलापूर्ति कराने की व्यवस्था है, लेकिन संबंधित अधिकारियों की उदासीनता से गांवों में पेयजल आपूर्ति ठप है। जलनिगम पानी टंकी के पीछे गोरारी गांव में काफी समय से हैंडपंप खराब होने की वजह से पानी के लिए ग्रामीण मारे-मारे फिर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने बताया कि गोरारी गांव की क्षतिग्रस्त सड़क की वजह से स्कूली बच्चों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जनपद में स्वास्थ्य व्यवस्था ध्वस्त है। मेडिकल कालेज
से संबंद्ध जिला संयुक्त चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड के लिए मरीजों को नंबर लगाना पड़ रहा है। जिला अस्पताल में दलालों का बोलबाला है, जो अस्पताल में भर्ती मरीजों को अपने झांसे में लेकर उन्हें प्राइवेट हास्पिटलों में भर्ती करा रहे हैं।