नगर अध्यक्ष ने कहा कि अब जब उनका अस्तित्व समाप्त हो गया है तब उनको बिरादरी की याद सताने लगी। इसी को लेकर शुक्रवार को जनपद आगमन पर उनका विरोध किया गया। हद तो इस बात की है कि जहां हमारे नेता रहे बहादुर सोनकर को मारकर जहां पेड़ पर लटकाया गया था, ठीक उसी के बगल में स्थित होटल में डा. उदिराज का आगमन हुआ है जो एक सोची—समझी रणनीति का संकेत दे रही है। श्री सोनकर ने चेतावनी दिया कि डा. उदितराज जौनपुर के किसी कोने पर सभा आदि करेंगे तो वहां हम स्वजातीय लोग उनका विरोध करेंगे।
बता दें कि डा. उदितराज के विरोध का नेतृत्व करने वाले महेन्द्र सोनकर अखिल भारतीय खटिक विकास मंच के नगर अध्यक्ष के साथ सब्जी फल व्यापार संघ के वर्ष 1992 से लगातार महामंत्री हैं। इस अवसर पर छब्बू लाल, महेन्द्र प्रसाद, पप्पू, विजय कुमार, सुरेश चन्द्र, सुदर्शन, गुड्डू, रतन चन्द, विनोद, रंजीत, बरसातू, सुबास, रत्ती लाल, प्रदीप, सुरेश, सन्तोष, दिलीप सहित सैकड़ों स्वजातीय बन्धु उपस्थित रहे।