देवल संवाददाता, मऊ। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन डॉलर के स्तर पर लाए जाने के उद्देश्य से जनपद में "पर ब्लॉक वन क्राप" अभियान में चिन्हित फसलों के क्षेत्रफल विस्तार एवं फसल के साथ-साथ समग्र कृषि को विकसित करने के उद्देश्य से आज चार अगस्त से आठ अगस्त तक "पर ब्लॉक वन क्राप"सप्ताह मनाए जाने हेतु उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के निर्देशानुसार प्रथम किसान गोष्ठी भारतीय बीज विज्ञान प्रौद्योगिकी संस्थान,क़ुशमौर में उद्यान विभाग द्वारा परदहा विकासखंड के किसानों की आयोजित की गई।गोष्ठी में जिला उद्यान अधिकारी संदीप कुमार गुप्ता ने बताया कि परदहा विकासखंड में गोभी वर्गीय फसलें "पर ब्लॉक वन क्राप "कार्यक्रम में उद्यान फसल के रूप में चिह्नित की गई है तथा इसी प्रकार चार अन्य विकास खंडों में केला,आम,प्याज फसले भी चिन्हित की गई है।किसानों को अब चिन्हित फसलों की वर्षभर खेती तथा विपरीत मौसम में भी खेती करने के बारे में उद्यान विभाग की योजनाओं से जोड़ते हुए संरक्षित खेती,पाली हाउस का लाभ देकर क्षेत्रफल विस्तार एवं ड्रिप सिंचाई,स्प्रिंकलर सिंचाई का प्रयोग कर कर ज्यादा से ज्यादा उत्पादन एवं उत्पादकता प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है,साथ ही उत्पादन को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग से जोड़ कर उपज का सदुपयोग कराए जाने हेतु विशेष अभियान चलाया जाएगा,जिससे किसान आत्मनिर्भर हो सके एवं जनपद की जीडीपी में उद्यानिकी फसलों का आच्छादन भी बढ़ सके। तकनीकी सत्र में राष्ट्रीय बीज विज्ञान संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉक्टर अंजनी कुमार सिंह द्वारा बीजों की गुणवत्ता एवं खेती में लागत कम करने के साथ प्रौद्योगिकी युक्त औद्यानिक कृषि को करने के बारे में विस्तार से बताया गया। कृषि विज्ञान केंद्र के उद्यान वैज्ञानिक डॉक्टर जितेंद्र कुशवाहा द्वारा गोभी वर्गीय फसलों की नवीन प्रजातियों की उत्पादन प्रौद्योगिकी तथा इससे जुड़े हुए ब्रोकली,ब्रसेल्स स्प्राउट,रेड कैबेज आदि फसलों के साथ सहफसली खेती की चर्चा करते हुए वैश्विक निर्यात में सहभागी बनने का आह्वान किया। कार्यक्रम में योजना प्रभारी अरुण कुमार द्वारा विभाग से संचालित कार्यक्रमों में अनुदान एवं लाभ प्राप्त करने की प्रक्रिया की जानकारी दी तथा कार्यक्रम में सुनील कुमार,चंद्रभान सहित कई ग्रामो के प्रगतिशील कृषकों की सहभागिता रही।