देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। क्षमता से अधिक बारिश का पानी एकत्रित होने से बांध पर बढ़ते दबाव के मद्देनजर रिहंद बांध के सात फाटक सोमवार की देर रात खोल दिए गए। छह टरबाइनों को फुल लोड पर चालू कर 300 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। वर्तमान समय में बांध से 83 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है।
जिले में गत रविवार से शुरू हुई बारिश सोमवार की देर रात तक होती रही। बारिश के पानी से अधिकांश नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। सोन नदी के साथ ही कनहर व रेणुका नदी के तटवर्ती इलाकों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न होने से लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। रिहंद बांध में क्षमता से अधिक पानी एकत्रित होने से बांध की सुरक्षा के मद्देनजर सात फाटक खोलने के साथ छह टरबाइनों को फुल लोड पर चालू कर 83 हजार क्यूसेक पानी निकासी की जा रही है। छह टरबाइनों से तीन सौ मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। सिंचाई विभाग के अधिशासी
अभियंता राजेश शर्मा ने बताया कि सोमवार को रिहंद बांध का जलस्तर 869.1 फीट पहुंचने पर बांध का पहला फाटक खोला गया था, बावजूद इसके जलस्तर में कमी न आने पर शाम करीब 6:30 तक दो बार में पांच फाटक खुल गए। पांच फाटकों के खुलने के बावजूद रात 11 बजे तक बांध का जलस्तर 869.2 फीट पर बना हुआ था। पानी का दबाव बढ़ने पर रात्रि करीब 11 बजे बांध के दो और फाटकों को खोला गया। उन्होंने बताया कि बांध पर बनी सभी 6 टरबाइनों को भी फुल लोड पर चालू किया गया है, जिससे तीन सौ मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। वर्तमान समय में बांध से 83 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। उन्होंने बताया कि सातों फाटकों के खुलने के बाद भी सुबह करीब 9 बजे तक बांध के जलस्तर में दशमलव दो फीट की कमी दर्ज की गई है। सुबह 9 बजे बांध का जलस्तर 869 फीट रहा। बताया कि बांध का 868 फीट से नीचे जलस्तर आने पर फाटक बंद किए जाएंगे।