कैरेबियाई देश त्रिनिदाद और टोबैगो पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू चला है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में भारत की स्थाई सदस्यता को लेकर इस देश ने खुलकर समर्थन किया है। पीएम मोदी की यात्रा के बीच कैरेबियाई देश ने इसकी घोषणा की।
पीएम मोदी और उनकी समकक्ष कमला प्रसाद- बिसेसर के बीच बातचीत के बाद भारत और त्रिनिदाद और टोबैगो ने बुनियादी ढांचे और फार्मास्यूटिकल्स समेत कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए 6 समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो में रहने वाले भारतीय समुदाय की छठी पीढ़ी तक को ओवरसीज सिटीजनशिप ऑफ इंडिया (ओसीआई) कार्ड जारी करने की घोषणा की। इस देश में 40 प्रतिशत से ज्यादा आबादी भारतीय मूल की है।
संयुक्त राष्ट्र में सुधारों की जरूरत पर जोर
शनिवार को जारी संयुक्त बयान के मुताबिक, महत्वपूर्ण बात यह है कि त्रिनिदाद और टोबैगो ने विस्तारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत को अपना पूर्ण समर्थन देने की पुष्टि की है। वैश्विक मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श करते हुए मोदी और बिसेसर ने संयुक्त राष्ट्र में व्यापक सुधारों की जरूरत पर बल दिया, जिसमें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का विस्तार भी शामिल है, ताकि वर्तमान वास्तविकताओं को बेहतर ढंग से प्रतिबिम्बित किया जा सके।
भारत भी करेगा अस्थाई सीट के लिए समर्थन
संयुक्त बयान में कहा गया, "बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक संघर्षों को स्वीकार करते हुए, दोनों नेताओं ने बातचीत और कूटनीति को आगे बढ़ने का रास्ता बताया।" इस बात पर भी सहमति हुई कि भारत 2027-28 के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थायी सीट के लिए त्रिनिदाद और टोबैगो की उम्मीदवारी का समर्थन करेगा और कैरेबियाई देश 2028-29 के लिए नई दिल्ली की दावेदारी का समर्थन करेगा।
आतंकवाद के मुद्दे पर भी मिला साथ
विदेश मंत्रालय ने कहा, "प्रधानमंत्री की त्रिनिदाद और टोबैगो की ऐतिहासिक यात्रा से दोनों देशों के बीच विशेष संबंधों को बढ़ावा मिला है।" विदेश मंत्रालय ने ये भी कहा, "दोनों नेताओं ने सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद से लड़ने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।"