कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि सूचना एवं पुस्तकालय नेटवर्क केंद्र के मध्य हुए समझौते से विश्वविद्यालय के शिक्षकों और विद्यार्थियों को बहुत लाभ होगा। यह अनुबंध शोधार्थियों को उनके विषय की सामग्रियों को उपलब्ध कराने में महती भूमिका अदा करेगा। इस समझौते के अंतर्गत इंडकैट, लाइब्रेरी, ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर, वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन, शोधगंगा, शोध चक्र, इन्फेड की सुविधाएं मिलेंगी। साथ ही इंडियन रिसर्च इनफार्मेशन नेटवर्क सिस्टम के माध्यम से विश्वविद्यालय के शिक्षकों की शोध प्रोफाइल तैयार की जायेगी जिससे विश्वविद्यालय के अनुसंधान कार्यों का एकीकृत मूल्यांकन और प्रस्तुति संभव हो सकेगी।
उन्होंने बताया कि वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन के अंतर्गत गुणवत्ता वाले अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रों और जर्नल्स की नि:शुल्क सुविधा मिलेगी। कुलपति ने कहा कि कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की पहल पर आज यह समझौता हुआ है उसके दूरगामी परिणाम होगा। समझौते के बाद प्राथमिकता पर इसकी गतिविधियों को संचालित किया जायेगा। शोध के क्षेत्र में यह समझौता मील का पत्थर साबित होगा। अपर मुख्य सचिव श्री राज्यपाल डॉ. सुधीर एम. बोबडे, प्रो. देविका पी. माडल्ली निदेशक इनफ्लिबनेट सेंटर गांधीनगर गुजरात डॉ. अभिषेक कुमार, सीनियर साइंटिस्ट इनफ्लिबनेट कुलसचिव डॉ. विनोद सिंह, प्रो. राजकुमार, प्रो. गिरिधर मिश्र समेत उत्तर प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, कुलसचिव, पुस्तकालयाध्यक्ष और आई.क्यू.ए.सी के समन्वयक उपस्थित रहे।