देवल संवाददाता, गोरखपुर ।रामगढ़ताल में मंगलवार की देर शाम दो स्पीड बोट टकरा गईं। हादसे में दंपती समेत तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों और पीड़ित परिवार का आरोप है कि टक्कर मारने वाली बोट का चालक शराब के नशे में था और निर्धारित समय सीमा के बाद भी बोट चला रहा था।
हादसे के बाद आरोपी चालक मौके से भाग गया। पुलिस ने बोट संचालकों को लाइसेंस के साथ थाने बुलाया है। पुलिस ने जीडीए से बोटिंग की नियमावली भी मांगी है। जानकारी के मुताबिक, खोराबार इलाके के सोनवे ढोलवजन गांव निवासी रामअशीष पेंट पाॅलिस का काम करते हैं। मंगलवार शाम वह अपनी पत्नी अंजली और 11 वर्षीय बेटे हिमांशु के साथ रामगढ़ताल घूमने आए थे।
शाम करीब 5: 50 बजे वह परिवार संग प्लेटफाॅर्म नंबर छह पर बोटिंग करने पहुंचे। वहां काउंटर पर टिकट लेने के बाद करीब 6:00 बजे मोटर बोट पर बैठे। उनके साथ एक युगल भी बैठा था। बोट जैसे ही प्लेटफाॅर्म से निकली, सामने से तेज गति से आ रहे प्लेटफार्म नंबर पांच के बोट चालक शिवम ने उनकी बोट में टक्कर मार दी।
बोट में अचानक टक्कर लगने से रामअशीष ताल में गिर पड़े। हादसे में उनके पैर में गंभीर चोटें आईं। वहीं उनकी पत्नी अंजली की कमर और बेटे हिमांशु का सिर फट गया। आरोपी चालक के बोट में भी आठ लोग सवार थे। हालांकि वे लोग बाल-बाल बच गए।
इधर हादसे के बाद प्लेटफाॅर्म नंबर पांच का चालक बोट खड़ा कर मौके से भाग निकला। इधर ताल में गिरे रामअशीष और पत्नी व बेटे को बोट चालक अंशुमान ने साथियों की मदद से बाहर निकाला। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
हादसे के बाद मौके पर पहुंचे रामगढ़ताल थाना प्रभारी चितवन कुमार ने प्लेटफाॅर्म नंबर पांच से बोट चलवाने वाले गिरीश कोठारी और प्लेटफाॅर्म नंबर छह के संचालक अंशुमान ओझा को बुधवार की सुबह थाने बुलाया। इसके अलावा जीडीए से भी लाइसेंस की शर्त व बोटिंग संचालन की नियमावली मांगी गई है।