देवल संवाददाता,आजमगढ़। जनपद के रैदोपुर क्षेत्र निवासी माया देवी ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) को एक प्रार्थना पत्र सौंपकर सोशल मीडिया पर डॉ. भीमराव अंबेडकर के खिलाफ आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करने वाले एक इंस्टाग्राम यूजर और उससे जुड़े संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। महिला ने अपने बेटे को झूठे मामले में फंसाकर जान से मारने की धमकी देने और पुलिस द्वारा परिवार को प्रताड़ित किए जाने के गंभीर आरोप भी लगाए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, माया देवी ने आरोप लगाया है कि “mahakal.omm.77k” नामक इंस्टाग्राम आईडी से उनके आराध्य और दलित समाज के महापुरुष डॉ. अंबेडकर के खिलाफ अत्यंत अपमानजनक और जातीय विद्वेष फैलाने वाली सामग्री साझा की गई। उक्त पोस्टों में “तेल लगाओ नीम का, नाम मिटाओ भीम का” जैसे नारे और प्रतीकों का इस्तेमाल कर डॉ. अंबेडकर की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया।
महिला का कहना है कि इस तरह की पोस्ट से आहत होकर उनके पुत्र अमित गौतम ने उक्त व्यक्ति को व्यक्तिगत तौर पर प्रतिक्रिया दी थी, जो किसी देवी-देवता या समुदाय के खिलाफ नहीं थी(दैनिक देवल)। इसके बावजूद “भारत राष्ट्र सेना” और “हिंदू लीगल सेना” नामक संगठनों ने उनके बेटे की टिप्पणी को तोड़-मरोड़कर सोशल मीडिया पर साझा किया और उसे महाकाल भगवान का अपमान बताकर प्रचारित किया।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इन संगठनों द्वारा उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने और घर जलाने की धमकियाँ दी जा रही हैं। इसके साथ ही पुलिस द्वारा उनके घर पर कई बार दबिश दी गई, जिसमें बिना महिला पुलिसकर्मी के प्रवेश कर महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार, मोबाइल डेटा डिलीट करवाने और धमकी देने जैसी घटनाएँ हुईं(दैनिक देवल)। प्रार्थिनी के अनुसार, उनके बड़े बेटे अभिषेक गौतम को थाने में रातभर बैठाया गया और पति धनराज प्रसाद को भी हिरासत में लेकर रात 10 बजे छोड़ा गया। माया देवी ने पूरे मामले को एक सुनियोजित षड्यंत्र करार देते हुए आरोप लगाया कि कुछ संगठन पहले भड़काऊ सामग्री फैलाते हैं और फिर प्रतिक्रिया देने वालों को बदनाम कर फर्जी मुकदमों में फंसाते हैं।
उन्होंने संबंधित इंस्टाग्राम और ट्विटर आईडी की जांच कराने, समाज में वैमनस्य फैलाने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किये जाने सहित प्रार्थिनी और उनके परिवार को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की। उन्होंने कहा कि झूठी एफआईआर कराने वाले संगठनों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।