देवल, ब्यूरो चीफ,चुनार,मिर्जापुर।जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने गुरुवार को चुनार क्षेत्र भ्रमण के दौरान गंगा पुल से लेकर चुनार किला के नीचे तिराहे पर स्थित फौवारे क होने वाले सड़क चैड़ीकरण कार्य का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंतो लोक निर्माण विभाग द्वारा बताए गए आने वाली समस्याओं के निस्तारण हेतु उप जिलाधिकारी चुनार एवं अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि कि चुनार किला मैदान के पास बने सरकारी आवासो की बाउंड्री तोड़ कर सड़क चैड़ीकरण के लिए आवश्यकतानुसार भूमि अधिग्रहीत किया जाए साथ ही किसी के व्यक्तिगत मकान/भूमि भी यदि चैड़ीकरण के तहत आ रही हो तो संबंधित को भी बाउंड्री/चबूतरा आदि तोड़ने हेतु नोटिस दिया जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि चैड़ीकरण कार्य तत्काल प्रारम्भ कराते हुए ससमय कार्य किया जाए ताकि आवागमन में सुविधा हो सकें। अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि गंगा पुल की तरफ खाली भूमि पर निर्माण कार्य तत्काल प्रारम्भ करवाएं तथा प्रयास किया जाए कि अधिक से अधिक दाहिने ओर की सरकारी भूमि चैड़ीकरण में लिया जाए। सड़क के साथ पटरी व नाली बनवाने को भी निर्देश दिया गया।
तत्पश्चात जिलाधिकारी द्वारा चुनार गंगा नदी पर स्थित बालूघाट पर पर्यटन एवं संस्कृति विकास परिषद के द्वारा लगभग 12 करोड़ की लागत से घाट निर्माण के लिए भूमि का भी निरीक्षण किया गया तथा नगरोदय विकास योजना के अंतर्गत नगर पालिका परिषद चुनार द्वारा भी निर्माण कराए जाने वाले घाट के स्थल का निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने उक्त दोनों परियोजनाओ के निर्माण के लिए भूमि का स्थलीय निरीक्षण करते हुए फीता गिरवाकर भूमि की नाप/पैमाइश कराई गई। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी चुनार व अधिशासी अधिकारी नगर पालिका चुनार को करते हुए कहा कि संतोषी माता मंदिर से पर्यटन विभाग द्वारा स्वीकृत घाट का निर्माण कराने के लिए 120 मीटर ग्रीन फील्ड भूमि का चिन्हांकन किया जाए तथा मुख्यमंत्री वैश्विक नगरोदय योजना के तहत घाट के लिए भी भूमि उपलब्ध कराएं।
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने चुनार किला पीपीपी माडल पर विकसित किए जाने के दृष्टिगत सम्बन्धित योजनाओं पर सूर्यगढ़ कलेक्शन संस्था केे मानवेंद्र सिंह शेखावत के साथ बैठक कर चर्चा की। इस दौरान किला हैंडओवर करने, योगी राज भतृहरी की समाधि पर आम जन के आने जाने के लिए रास्ता उपलब्ध कराए जाने के बारे आवश्यक सुझाव दिया गया। सम्बन्धित संस्था केे मानवेंद्र सिंह ने जिलाधिकारी को बताया कि चुनार किले को होटल के रूप में विकसित करने के साथ ही मीरजापुर व चुनार क्षेत्र के कला एवं संस्कृति को भी पहचान दिलाने की दिशा में कार्य किया जाएगा। होटल व हास्पिटेलिटी युवाओं के लिए एक छोटा स्कूल खोलने की योजना है। उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में पौधारोपण के साथ गंगा के किनारे को भी विकसित किया जाएगा। जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर पर्यटन की विभिन्न संभावनाओं को देखते हुए चुनार दुर्ग को पीपीपी माडल के तहत सूर्यगढ़ कलेक्शन व पर्यटन विभाग के तहत एमओयू साइन हुआ है। ग्रुप को हैंडओवर की प्रक्रिया कराई जा रही है। जिसके लिए परिसंपत्तियों को चिन्हित किया जा रहा है। ताकि जल्द से जल्द हैंडओवर के बाद इस प्रमुख पर्यटन स्थल को विकसित करने की प्रकिया शुरू हो सके। जिसके बाद यहां रोजगार सृजन के अवसर पैदा होंगे और स्थानीय संस्कृति व विभिन्न विशेषताओं को बढ़ावा मिलेगा। तत्पश्चात जिलाधिकारी ने चुनार चचेरी मोड़ के पास पर्यटन विभाग के पुराने होटल (राही लाज) का भी निरीक्षण किया। सहायक पर्यटन अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि इसके सुन्दरीकरण व उच्चीकरण हेतु प्रस्ताव बनाकर तत्काल उपलब्ध कराया जाए ताकि शासन से स्वीकृति कराकर विकास कराया जा सके। बैठक में नगर मजिस्ट्रेट विनीत उपाध्याय, उप जिलाधिकारी चुनार राजेश कुमार वर्मा, जिला सूचना अधिकारी ओम प्रकाश उपाध्याय, सहायक पर्यटन अधिकारी दिव्या तिवारी उपस्थित रहें।