देवल, ब्यूरो चीफ,मिर्जापुर। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की जिला स्तरीय कमेटी की बैठक आहूत की गईं। बैठक में सहायक आयुक्त (खाद्य)-।। द्वारा बताया गया कि वर्तमान वित्तीय सत्र में अब तक खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा 1470 दुकानो का निरीक्षण कर 366 विधिक एवं 416 सर्वे नमूने संग्रहित कर खाद्य प्रयोगशाला प्रेषित किया गया। जिसमें विधिक नमूने के 294 रिपोर्ट तथा सर्वे नमूने के 367 रिपोर्ट प्राप्त हुआ। जिसमें 179 नमूने मानक के विपरीत पाये गये। इनके विरूद्ध न्यायालय में वाद दायर किया गया। इस सत्र में अब तक कुल 267 दुकानदारो के उपर 8742000.00 रू0 का जुर्माना लगाया जा चुका है। जिलाधिकारी द्वारा कृत कार्यवाही पर संतोष व्यक्त किया गया एवं दूध, घी, खोया, मिठाई तथा आगामी ग्रीष्म ऋतु के दृष्टिगत सडे गले फल आइसक्रिम, जूस व अन्य खाद्य पदार्थो में मिलावटखोरी को रोकने हेतु प्रभावी निरीक्षण व छापेमारी करने हेतु निर्देशित किया गया। उन्होंने जनजागरूकता कार्यक्रम के अर्न्तगत 2200 स्ट्रीट फूड वेंडर के प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु 13 अप्रैल की तिथि तथा स्थान राजकीय इण्टर कालेज, महुवरिया मीरजापुर निर्धारित किया गया। जिलाधिकारी द्वारा उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु क्षेत्राधिकारी ट्रैफिक, अग्निशमन विभाग, बिजली विभाग, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डूडा विभाग, सहायक आयुक्त (खाद्य) विन्ध्याचल मण्डल मीरजापुर एवं ए0आर0टी0ओ0 को अपने विभाग से सम्बन्धित कार्यों को सम्पादित करने हेतु निर्देशित किया गया। डी0सी0 एम0डी0एम0 बेसिक के द्वारा विद्यालयों में बन रहे भोजन व सामाग्रियो का निरीक्षण नियमित रूप से न किए जाने पर जिलाधिकारी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि उन कार्यावाही करते हुए अवगत कराएं।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार ने कहा कि बेसिक शिक्षा, कस्तूरबा गांधी आदि विद्यालयों में एम0डी0एम0 के लिए आने वाले सामाग्रियो की जांच कर सैम्पल लिया जाए यदि कही गड़बड़ी पाई जाती है तो सम्बन्धित आपूर्तिकर्ता के विरूद्ध कार्यवाही की जाए। बैठक में चिकित्साधिकारी डाॅ सी0एल0 वर्मा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनिल वर्मा, जिला विकास अधिकारी श्रवण कुमार राय के अलावा सम्बन्धित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहें।