देवल संवाददाता,मऊ। मौसमी बदलाव के साथ मच्छरों का प्रकोप तेजी से बढ़ने लगा है। प्रतिवर्ष दो सौ करोड़ लोग इस बीमारी से प्रभावित होते हैं। मादा एनोफिलिज मच्छर द्वारा काटे जाने से मलेरिया रोग होता है। अधिकांश रोगी मलेरिया के उपचार के बाद ठीक हो जाते हैं पर इलाज में देरी से एनिमिया,सेरेब्रल मलेरिया,कोमा की स्थिति तथा मृत्यु भी हो सकती है। इससे बचने के लिए रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए। घर के सभी कमरों में नियमित रुप से कीटनाशक का प्रयोग करना चाहिए। घर के आस पास पानी जमा नहीं होने देना चाहिए। पानी के टब को हमेशा ढककर रखना चाहिए। प्रसिद्व चिकित्सक डॉ संजय सिंह ने विश्व मलेरिया दिवस पर शुक्रवार को यह उदगार शारदा नारायण हास्पिटल में आयोजित जन जागरुकता कार्यक्रम में व्यक्त किया। इस दौरान डॉ राहुल कुमार,डॉ सुदीप चौधरी व डॉ इना यादव ने इस विस्तार से जानकारी प्रदान किया।