MUDA में हुए कथित भूमि घोटाले को लेकर कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर लगातार आरोप लग रहे हैं। इस मामले में कर्नाकट के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने मुख्यमंत्री के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दी है। अब इसको लेकर कांग्रेस ने नाराजगी जताई है, कांग्रेस का कहना है कि वो इस मामले में विरोध प्रदर्शन करेगी। उन्होंने इस मामले में राज्यव्यापी प्रदर्शन का एलान किया है।कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने शनिवार को तीन कार्यकर्ताओं, टीजे अब्राहम, प्रदीप कुमार एसपी और स्नेहमयी कृष्णा की शिकायतों के आधार पर मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) साइट आवंटन 'घोटाले' में सिद्धारमैया के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी।मुख्यमंत्री ने आरोप का खंडन किया है और कानूनी रूप से लड़ने का वादा किया है। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार, जो कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं उन्होंने रविवार को कहा, 'विरोध रैलियां राज्य भर के सभी जिला मुख्यालयों में आयोजित की जाएंगी। पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता इसमें भाग लेंगे।'सदाशिवनगर स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि राज्यपाल बिना बात का मामला बना रहे हैं। मुख्यमंत्री ने आगे कहा, यह 'लोकतंत्र की हत्या' है और कांग्रेस इसका विरोध करेगी।'वहीं कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री शिवकुमार ने कहा कि उन्होंने पार्टी नेताओं को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि असामाजिक तत्व रैलियों में घुसपैठ न करें और परेशानी पैदा न करें।एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ बैठक के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "हमने आज उन्हें राज्य के घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी।" राज्यपाल के फैसले को लेकर देशभर में हो रहे विरोध पर उन्होंने कहा, एआईसीसी इस पर फैसला करेगी। उन्होंने पार्टी नेताओं को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि असामाजिक तत्व रैलियों में घुसपैठ न करें और परेशानी पैदा न करें। शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस उस साजिश के खिलाफ लड़ेगी जिसका उद्देश्य "सिद्धारमैया को खत्म करना" है।