लोकसभा अध्यक्ष पद के चुनाव में विपक्ष ने अपना उम्मीदवार उतार दिया है। बुधवार को चुनाव है और उसके लिए I.N.D.I.A गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर के. सुरेश ने नामांकन भी दाखिल कर दिया है। इस बीच विपक्षी I.N.D.I.A गठबंधन का हिस्सा रही ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने इस पर अलग रुख अपनाने के संकेत दिए हैं।लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए सरकार और विपक्ष के बीच मंगलवार को आम-सहमति नहीं बन सकी। अब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार और भाजपा सांसद ओम बिरला का मुकाबला कांग्रेस के कोडिकुन्नील सुरेश के साथ होगा। लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव के लिए मतदान बुधवार को होगा।इससे पहले, लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव के लिए रणनीति बनाने के लिए भाजपा के नेता मंगलवार रात बैठक करेंगे। वहीं, कांग्रेस का कहना है कि अब गेंद सरकार के पाले में है और वह परंपरा के अनुसार विपक्ष को उपसभापति का पद देने की पेशकश कर इस मुद्दे पर आम सहमति बना सकती है।बिरला और सुरेश ने मंगलवार को क्रमश: एनडीए और विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (I.N.D.I.A) के उम्मीदवारों के रूप में अपने नामांकन पत्र दाखिल किए। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि इस पद के लिए कांग्रेस के के. सुरेश को I.N.D.I.A के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में उतारने के बारे में उनकी पार्टी से परामर्श नहीं लिया गया। उन्होंने कहा कि पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी सुरेश का समर्थन करने पर निर्णय लेंगी।बनर्जी ने कहा, "किसी ने हमसे संपर्क नहीं किया, कोई बातचीत नहीं हुई, दुर्भाग्य से यह एकतरफा फैसला है।" सूत्रों ने बताया कि टीएमसी ने अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए सुरेश के नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं और संभवत: वह आज रात होने वाली विपक्षी बैठक में शामिल नहीं होगी।उन्होंने कहा कि I.N.D.I.A के शीर्ष नेता अपनी रणनीति तैयार करने के लिए रात आठ बजे कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर बैठक करेंगे। अध्यक्ष पद के लिए चुनाव बुधवार सुबह होगा और एनडीए के पास चुनाव जीतने के लिए पर्याप्त संख्या है। वहीं, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि विपक्ष की पेशकश है कि सरकार पिछली परंपराओं के अनुसार उसे उपसभापति का पद दे और बदले में वह बिरला की उम्मीदवारी का समर्थन करेगी।