बलिया के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने 1.08 लाख के गबन में हनुमानगंज ब्लॉक के अराजी माफी सागरपाली के प्रधान का पॉवर सीज कर दिया है। साथ ही ग्राम प्रधान पद के संचालन के लिए डीएम ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है।अराजी माफी सागरपाली गांव निवासी राजेश रत्नेश सिंह पुत्र जय नारायण ने करीब दो वर्ष पहले जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर ग्राम पंचायत में विकास कार्यों में अनियमितता का आरोप लगाया था। यह भी आरोप लगाया था कि हैंडपंप रिबोर में काफी अनियमितता की गई है और करीब डेढ़ लाख रुपये का गबन किया गया है।हैंडपंपों के रिबोर के नाम पर भुगतान कराया गया है। जबकि मौके पर हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं। जिलाधिकारी ने मामले की जांच के लिए जिला पूर्ति अधिकारी रामजतन यादव की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति गठित करते हुए रिपोर्ट तलब की थी। जांच कमेटी ने ग्राम पंचायत में जाकर शिकायतों की जांच की और रिपोर्ट डीएम को सौंप दी। रिपोर्ट में कमेटी ने 1.08 लाख रुपये गबन की पुष्टि की गई है। जांच रिपोर्ट के आधार जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत अराजी माफी सागरपाली की प्रधान कमलावती देवी के वित्तीय अधिकार को सीज करते हुए ग्राम प्रधान पद के संचालन के लिए ग्राम पंचायत सदस्यों की तीन सदस्यीय समिति गठित की है।समिति की अध्यक्ष ग्राम पंचायत सदस्य लक्ष्मी देवी को बनाया हैं। जबकि बबीता देवी व निशा देवी समिति की सदस्य है। जिलाधिकारी ने प्रकरण की अंतिम जांच की जिम्मेदारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को दी है।अराजी माफी सागरपाली ग्राम पंचायत में काफी दिनों से विवाद चला आ रहा है। अगस्त 2022 में झंडातोलन के समय प्रधान व ग्रामीणों के बीच विवाद हुआ था। इसके बाद नवंबर 2022 में प्रधान के साथ हुई हाथापाई का वीडियो वायरल हुआ था।इसमें प्रधान कमलावती देवी के साथ महिलाएं हाथापाई करती हुईं दिखाई दे रही थीं। तब प्रधान कमलावती देवी ने बताया था कि मामला चुनावी रंजिश से जुड़ा हुआ है। इसके बाद प्रधान की तहरीर पर फेफना पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था, जिसमें शिकायतकर्ता भी आरोपी है।अराजी माफी सागरपाली ग्राम पंचायत में हुए कार्यों की जांच हुई थी। जांच के आधार पर जिलाधिकारी ने प्रधान का वित्तीय अधिकार सीज करते हुए प्रधान पद के संचालन को तीन सदस्यीय समिति गठित की है।