वाराणसी शहर में एक सड़क धंस गई। इसे लेकर देशभर में चर्चा हो रही है। जलकल विभाग का दावा है कि सिगरा चौराहे के पास पेयजल की पाइपलाइन लंबे समय से लीकेज कर रही थी। पास में ही सीवर का चैंबर होने के कारण दूषित पेयजल की आपूर्ति हो रही थी। इसकी शिकायत मिलने पर जलकल विभाग ने पिछले वर्ष इसकी मरम्मत भी कराई थी।सिगरा क्षेत्र में पेयजल और सीवर की पाइप लाइन में भी लंबे समय से लीकेज था। इससे घरों में दूषित पानी आ रहा था। इसकी शिकायत स्थानीय लोगों द्वारा कई बार की गई लेकिन जलकल विभाग नहीं जागा। लापरवाही का नतीजा पिछले साल एक करोड़ रुपये खर्च कर बनी सड़क सिगरा चौराहे पर धंस गई।इससे दूसरे दिन मंगलवार को भी यातायात प्रभावित रहा। पेयजल पाइप की मरम्मत तो शुरू कर दी गई लेकिन पूरे दिन जाम लगा रहा तो शाम को स्थिति और भी खराब हो गई। पेयजल संकट से भी लोग जूझे। जलकल विभाग ने बुधवार तक क्षतिग्रस्त पेयजल पाइप की मरम्मत का लक्ष्य रखा है। हालांकि मरम्मत के बाद भी यातायात सामान्य होने में दो दिन और लग सकते हैं।जलकल विभाग का दावा है कि सिगरा चौराहे के पास पेयजल की पाइपलाइन लंबे समय से लीकेज कर रही थी। पास में ही सीवर का चैंबर होने के कारण दूषित पेयजल की आपूर्ति हो रही थी। इसकी शिकायत मिलने पर जलकल विभाग ने पिछले वर्ष इसकी मरम्मत भी कराई थी। वहीं अब दूसरे स्थान पर पेयजल की पाइप लीक रही हैं। इसके कारण गड्ढे को जेसीबी से और बड़ा किया गया है ताकि क्षतिग्रस्त पाइप लाइन की मरम्मत कराई जा सके।