दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर भोजपुर थाना क्षेत्र में मुरादाबाद गांव के निकट गन्ने से भरा ट्रॉला पलट गया। जिसके चलते एक्सप्रेस-वे पर गन्ना फैला गया। कोहरे में दृश्यता कम होने के कारण पीछे से आ रहे तीन वाहन ट्रॉला से टकरा गए। इसमें एक ट्रक एक स्विफ्ट डिजायर कार व एक मिनी ट्रक है। गनीमत रही कि हादसे में कोई हताहत नहीं हुई है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर भोजपुर थाना क्षेत्र में मुरादाबाद गांव के निकट गन्ने से भरा ट्रॉला पलट गया। जिसके चलते एक्सप्रेस-वे पर गन्ना फैला गया।कोहरे में दृश्यता कम होने के कारण पीछे से आ रहे तीन वाहन ट्रॉला से टकरा गए। इसमें एक ट्रक, एक स्विफ्ट डिजायर कार व एक मिनी ट्रक है। गनीमत रही कि हादसे में कोई हताहत नहीं हुई है। हादसे के बाद एक्सप्रेस-वे पर वाहनों का लंबा जाम लग गया है।ट्रॉला चालक मौके से फरार है। पुलिस टीम मौके पर पहुंची है। ट्रॉले को एक्सप्रेस-वे से हटाने का प्रयास किया जा रहा है।प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी नाक के नीचे ही प्रदूषण रोकने में फेल साबिद हो रहे हैं। दूसरे दिन भी वसुंधरा की हवा सबसे खराब है। बुधवार सुबह आठ बजे यहां का एक्यूआइ 339 दर्ज किया गया। वसुंधरा सेक्टर-16 में उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय है।प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी यहां बैठकर प्रदूषण फैलाने वालों की निगरानी करते हैं। प्रदूषण को बढ़ने से रोकने के लिए विभिन्न योजनाएं तैयार करते हैं। इनके कंधों पर जिले के लोगों को प्रदूषण से बचाने का जिम्मा है पर जिले के लोगों को प्रदूषण से बचाना तो दूर की बात है वह खुद को ही प्रदूषण से नहीं बचा पा रहे हैं।यही कारण है कि मंगलवार को वसुंधरा का एक्यूआइ सबसे ज्यादा दर्ज किया गया। कागजों में बनी योजनाओं के सहारे ही लोगों को प्रदूषण से बचाने वाले अधिकारी खुद का भी बचाव नहीं कर पा रहे हैं। आसमान में फाग के कारण लोगों की आंखों में जलन की समस्या हो रही है।