सोने-चांदी के कारोबारी बल्लभदास अग्रवाल को चार बदमाशों ने दिन-दहाड़े लूटने की नाकाम कोशिश की। बदमाश गलियों के रास्ते बेखौफ पैदल ही कारोबारी के बुलानाला स्थित घर के मुख्य गेट पर जा धमके। घंटी दबाई तो गेट खोलने से पूर्व कारोबारी के पांव सीसीटीवी कैमरे में बाहर खड़े बदमाशों को रिवाल्वर निकालते देख ठिठक गए। इधर बदमाशों की नजर सीसीटीवी कैमरे पर पड़ी तो उल्टे पांव भाग निकले। सोने-चांदी के कारोबारी बल्लभदास अग्रवाल को चार बदमाशों ने दिन-दहाड़े लूटने की नाकाम कोशिश की। बदमाश गलियों के रास्ते बेखौफ पैदल ही कारोबारी के बुलानाला स्थित घर के मुख्य गेट पर जा धमके।घंटी दबाई तो गेट खोलने से पूर्व कारोबारी के पांव सीसीटीवी कैमरे में बाहर खड़े बदमाशों को रिवाल्वर निकालते देख ठिठक गए। इधर बदमाशों की नजर सीसीटीवी कैमरे पर पड़ी तो उल्टे पांव भाग निकले।आशंका है कि चेहरा खुला होने से बदमाशों के मन में पकड़े जाने का डर समा गया होगा। उड़ेध-बुन के बीच पांच घंटे बाद कारोबारी ने दोपहर दो बजे कोतवाली पुलिस को सूचना दी, लेकिन तब तक बदमाश पकड़ से दूर जा चुके थे।व्यापारी को लूटने पहुंचे बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस की चार टीमें गठित की गईं हैं। कोतवाल आशीष मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस बल्लभदास के घर पहुंचने वाले सभी रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाल रही है। हालांकि, पुलिस देर रात तक कोई सुराग नहीं लगा पायी थी।वाराणसी में जरूर लुटेरे असफल हो गए, लेकिन रायबरेली व देहरादून की एक ज्वैलरी में बदमाश ज्वैलरी लूटने में सफल हुए थे। दोनों ही घटनाओं में अब तक की छानबीन में आए क्लू के बारे में जानने को वाराणसी पुलिस संपर्क करेगी।बल्लभदास उनकी पत्नी और दो बच्चे घर में महफूज हैं। बदमाश बगैर वारदात किए बैरंग लौट चुके थे, लेकिन पांच घंटे बाद भी उनकी जुबान उनका साथ नहीं दे पा रही थी। बल्लभदास ने बताया कि हम तो पुलिस को इत्तला देने वाले भी नहीं थे। इसलिए कोतवाली पहुंचने में देर हुई।कई सवाल के जवाब में एक ही बात बताए कि सीसीटीवी ने जान बचा ली। मैने कैमरे में चार बदमाशों को गन निकालते देखा तो गेट नहीं खोला, तभी बदमाश की नजर सीसीटीवी पर पड़ी तो कालभैरव मंदिर की ओर भाग निकले।