कार्तिक पूर्णिमा के मान-विधान अनुसार 27 नवंबर को देवदीपावली महोत्सव में गंगा के घाटों पर 12 लाख दीप जलाए जाएंगे। इसमें एक लाख गोबर के दीये होंगे। गंगा पार रेती में जगमग होगी तो गांव से शहर तक तालाब व कुंडों पर भी दीप जलाए जाएंगे। प्रशासन की ओर से गंगा पार दीपोत्सव के लिए 20 सेक्टर बनाए गए हैं। कार्तिक पूर्णिमा के मान-विधान अनुसार 27 नवंबर को देवदीपावली महोत्सव में गंगा के घाटों पर 12 लाख दीप जलाए जाएंगे। इसमें एक लाख गोबर के दीये होंगे। गंगा पार रेती में जगमग होगी तो गांव से शहर तक तालाब व कुंडों पर भी दीप जलाए जाएंगे।प्रशासन की ओर से गंगा पार दीपोत्सव के लिए 20 सेक्टर बनाए गए हैं। समितियों को अलग-अलग जिम्मेदारी भी दी गई है। श्रीविश्वनाथ धाम के गंगा द्वार व चेतसिंह घाट पर लाइट-एंड साउंड विद प्रोजेक्शन होलोग्राफिक शो आयोजित होगा। इसमें धार्मिक आख्यान प्रदर्शित किए जाएंगे। इसे काशी-विश्वनाथ-गंगा से जोड़ कर दिखाया जाएगा। शो 25 से 30 मिनट का होगा। इसे कुछ अंतराल पर कई बार दिखाया जाएगा। क्रेकर शो आकर्षण का केंद्र होगा। इसके अलावा रेती में ग्रीन आतिशबाजी की जाएगी।