देवल संवाददाता, आजमगढ़। जनपद में तथ्यों को छुपाते हुए अनुकंपा पर नौकरी हाशिल करने वाले सहायक अध्यापक व खण्ड शिक्षाधिकारी कार्यालय में तैनात वरिष्ठ लिपिक की सेवा समाप्त कर उनसे वेतन रिकवरी का आदेश बेसिक शिक्षाधिकारी राजीव कुमार पाठक ने सोमवार को जारी किया। ज्ञात हो कि कुसुम सिंह सहायक अध्यापिका के मृत्यु के बाद उनके पुत्र आलोक कुमार सिंह पुत्र अनिल कुमार सिंह द्वारा तथ्य को छुपाते हुए सहायक अध्यापक की नौकरी हासिल की थी। जिसकी शिकायत के बाद जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया कि कुसुम सिंह के मृत्यु के समय उनके पति अनिल सिंह नरोत्तम ब्रह्म इ० का० सुन्दरपुर में कार्यरत थें और 2022 में रिटायर हुए जबकि उनकी पत्नी की मृत्यु 2005 में हुई थी। कुसुम सिंह के पुत्र आलोक सिंह द्वारा 2010 में तथ्यों में हेरा-फेरी कर नौकरी हाशिल की थी। इसी तरह पुष्पा श्रीवास्तव सहायक अध्यापिका की सेवाकाल के दौरान 2008 में मृत्यु हो जाने पर उनके पुत्र अभय कुमार श्रीवास्वत पुत्र गिरीशचन्द श्रीवास्तव द्वारा 2013 में कनिष्ठ लिपिक के पद पर नगर शिक्षा अधिकारी कार्यालय में तथ्य छुपाकर नौकरी हाशिल की थी। जबकि अभय कुमार श्रीवास्तव द्वारा यह नौकरी अपनी माता के मृत्यु के बाद अनुकंपा के आधार पर पाई थी जबकि उनके पिता गिरीशचन्द श्रीवास्तव मानचित्रकार के पद पर सेवारत थें और 2009 में सेवानिवृत्त हुए थें। इन दोनों लोगों की शिकायत के बाद जांच के दौरान शिकायत सही पाए जाने पर जिला बेसिक शिक्षाधिकारी राजीव कुमार पाठक द्वारा सोमवार को इन दोनों की सेवा समाप्त कर वेतन रिकवरी के लिए सम्बन्धित विभाग को पत्र जारी किया गया है। बीएसए की इस कार्यवाही के बाद जनपद में हड़कंप मच गया है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी, राजीव कुमार पाठक ने बताया कि दो लोगों के खिलाफ तथ्य छुपाकर अनुकंपा पर नौकरी हासिल करने की शिकायत हुई थी जांच के दौरान शिकायत सही पाई गई, उनकी सेवा समाप्त करते हुए वेतन वसूली के लिए सम्बन्धित को पत्र जारी कर दिया गया है।