देवल संवाददाता, निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति का धरना शनिवार को भी जारी रहा। पावर कार्पोरेशन प्रबंधन द्वारा निजीकरण को बढ़ावा देने और बिजली कर्मियों पर की जा रही उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियों के खिलाफ 22 जुलाई को जिला मुख्य अभियंता कार्यालय पर व्यापक विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
संघर्ष समिति ने बताया कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के खिलाफ बिजली कर्मचारी, संविदा कर्मी, जूनियर इंजीनियर और अभियंता लगातार 8 माह से लोकतांत्रिक ढंग से आंदोलन कर रहे हैं। संघर्ष समिति ने चेतावनी दी है कि 22 जुलाई को मुख्य अभियंता कार्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा।
इसके बाद भी मांगें न मानी गईं तो समिति और बड़ा कदम उठाने के लिए बाध्य होगी, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी। सभा में प्रभु नारायण पांडेय, अशेष सिंह, रोशन यादव, रवि शंकर गुप्ता, जय प्रकाश यादव, धीरज पटेल, चन्द्रशेखर, महेश, राम अवध, वीर विक्रम सिंह, उपेंद्र नाथ, वेद यादव आदि मौजूद रहे।