देवल संवाददाता, आजमगढ़। जनपद आजमगढ़ में विगत 15 वर्षों से कार्यरत साहित्यिक एवं शैक्षिक संस्थान,निधि शैक्षिक एवं शोध संस्थान आजमगढ़ द्वारा प्रोफेसर गीता सिंह' शिक्षक श्री ' अध्यक्ष स्नातकोत्तर हिन्दी विभाग डी ए वी पी जी कॉलेज आजमगढ़ की अध्यक्षता में 20 जुलाई 2025 को शहर के प्रतिष्ठित *नेहरू हाल सभागार* में एक भव्य कवि सम्मेलन एवं पुस्तक लोकार्पण कार्यक्रम में जनपद आजमगढ़ के कवि श्री जय हिंद सिंह ' हिंद' के जन्म दिन पर उनकी नव प्रकाशित द्वितीय काव्य संग्रह *गीत नया गाना होगा*का भव्य लोकार्पण हुआ इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित हिन्दी साहित्य आलोचक,समीक्षक प्रधान संपादक: सत्राची त्रैमासिक पत्रिका,प्रोफेसर कमलेश वर्मा अध्यक्ष स्नातकोत्तर हिन्दी विभाग राजकीय महिला महाविद्यालय सेवापुरी वाराणसी ने अपने उद्बोधन में कहा कि -’श्री जय हिंद सिंह हिंद की रचनाएं हिंदी साहित्य के लिए नए विचार लेकर आई है।आपकी कविताएं साहित्य के नए द्वार खोलती हैं।आप गांव,किसान,समाज,राजनीति और जन समाज से जुड़ी रचनाएं लिख रहें हैं और सबसे बड़ी बात कि वो इन अच्छी रचनाओं को मंच के माध्यम से बहुत सुरीले तरह से वाचन भी करते हैं। मै आपको आपके जन्म दिवस की बधाई सहित इस नव प्रकाशित पुस्तक की भी बहुत बधाई एवम शुभकामनाएं देता हूं।
अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रोफेसर गीता सिंह ' शिक्षक श्री' संपादक:अखिल गीत शोध दृष्टि अंतरराष्ट्रीय शोध अर्धवार्षिक जर्नल ने सर्व प्रथम श्री जय हिंद सिंह हिंद जी को उनके जन्म दिन की बधाई के साथ नव प्रकाशित पुस्तक गीत नया गाना होगा कि बहुत बहुत बधाई एवम शुभकामनाएं दी।आपने कहा कि - ' इस पुस्तक की जब मैं भूमिका लिख रही थी तब इस पुस्तक को मुझे सांगोपांग पढ़ने का अवसर मिला।मै इन्हें एक योग्य साहित्यकार की श्रेणी में रखती हूं।आपकी इस पुस्तक में कुल 74 कविताएं प्रकाशित हैं।सभी कविताएं एक से बढ़कर एक हैं।कवि मन गांव से प्रेम रखता है।वे लिखते हैं - ' गांव की मिट्टी मुझे बुलाती ,तुमको मुझ तक आना होगा।बिना नेह निमंत्रण के ही,अपना फर्ज निभाना होगा।।
इस पुनीत अवसर पर संस्था द्वारा श्री जय हिंद सिंह हिंद को *साहित्य रत्न सम्मान 2025*से सम्मानित किया गया।
अपने उद्बोधन में कार्यक्रम संरक्षक,संचालक प्रसिद्ध साहित्यकार प्रोफेसर अखिलेश चन्द्र ने कहा कि श्री जय हिंद सिंह हिंद की इस पुस्तक के अभिमत लिखने के दौरान मुझे लगा कि आप के अंदर एक सच्चा मानव निवास करता है।आप जैसे अंदर हैं वैसे ही बाहर।आपकी रचनाएं सीधे समाज की समस्या के समाधान को ढूंढती है।वे अपनी कविता गीत नया गाना होगा में लिखते हैं - ' नई उमंग नई तरंग से,अभिनंदन आगत होगा।नए जोश से नए राग में,गीत नया गाना होगा।मैं आज के इस पावन दिन इन्हें जन्म दिन सहित नव प्रकाशित पुस्तक गीत नया गाना होगा की भी बहुत बधाई एवम शुभकामनाएं देता हूं।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री राम वचन यादव पूर्व डी आई जिला आजमगढ़/मऊ ने श्री जय हिंद सिंह हिंद को उनके जन्म दिन एवं पुस्तक प्रकाशन की बधाई दी ।पुस्तक पर चर्चा करते हुए श्री जितेंद्र नाथ सिंह पूर्व प्रवक्ता हिंदी गांधी इंटर कॉलेज माल्टारी आजमगढ़ ने कहा कि - ' श्री जय हिंद सिंह हिंद जी मेरे इंटर के छात्र रहे हैं।ये एक होनहार छात्र हैं यद्यपि ये विज्ञान के विद्यार्थी है पर मेरे हिन्दी पढ़ाने का इन पर इतना गहरा प्रभाव पड़ा और आज मैं इनके जैसा विद्यार्थी पाकर धन्य हो गया।ये साहित्य पथ पर अधिक ऊंचाई प्राप्त करें।इनकी रचनाओं से मैं भी प्रभावित हूं।आपकी चेतना समाज के हर पहलू तक गई है।श्री घनश्याम सिंह पटेल निवर्तमान स्वतंत्र आर आई एन एल विशाखापत्तनम (भारत सरकार उपक्रम)ने कहा कि श्री जय हिंद सिंह हिंद जी को मै बचपन से जानता हूं।ये समाज के प्रति हमेशा से चिंतित रहते हैं।यह पुस्तक इस बात का प्रमाण है।आपकी रचनाएं हमें और समाज को सदा प्रेरित करती रहेंगी। मै इन्हें इनके जन्म दिन के साथ नव प्रकाशित पुस्तक की भी बहुत बधाई देता हूं। डॉ जगदम्बा दुबे असिस्टेंट प्रोफेसर उर्दू विभाग हलीम मुस्लिम पी जी कॉलेज,कानपुर ने कहा कि - ' जय हिंद सिंह हिंद की रचनाएं समाज के हर वर्ग को जोड़ती है।आप में एक सच्चा हिन्दुस्तानी निवास करता है।आप भारतीयता से ओत प्रोत राष्ट्रीय स्तर के कवि है।श्री अवनीश राय असिस्टेंट प्रोफेसर हिन्दू डी ए वी पी जी कॉलेज आजमगढ़ ने कहा - ' श्री जय हिंद सिंह हिंद जी को जब पढ़ने लगा तो मैने इनमें एक अलग तरह के साहित्यकार को देखा जो समाज को बनाने के लिए एक अलग दृष्टि से बातों को उठाते है।आज इस तरह के रचनाकार की जरूरत है ।आपके नव प्रकाशित पुस्तक गीत नया गाना होगा के साथ आपको जन्म दिन की भी बहुत बधाई। डॉ0 प्रवेश सिंह असिस्टेंट प्रोफेसर हिन्दी श्री दुर्गा जी पी जी कॉलेज चंदेश्वर आजमगढ़ ने कहा कि - ' श्री जय हिंद सिंह हिंद जी को मै आजमगढ़ में विगत वर्षों से साहित्य रचना में और साहित्य के मंचों पर सुनता रहा हूं।आपकी रचनाएं हमें मार्ग दर्शन देती है।आप साहित्य में नित नई ऊंचाई प्राप्त करें।श्री देवेंद्र तिवारी देव ने कहा कि श्री जा जय हिंद सिंह हिंद जी एक सशक्त रचनाकार है। आपमें मानवीय सरोकार खूब भरा हुआ है।जनपद में मैं आपका बहुत सम्मान करता हूं ।विशिष्ट अतिथि डॉ 0 एच एन पटेल विधायक सगड़ी आजमगढ़ ने कहा कि - ' श्री जय हिंद सिंह हिंद जी की यह पुस्तक के प्रकाशन के प्रारंभिक दिनों से मै इस पुस्तक से जुड़ा हुआ हूं।यह इनकी श्रेष्ठ कृति है जिससे ये साहित्य समाज को बहुत कुछ नया दे रहें हैं। मैं इन्हें जन्म दिन के साथ नव प्रकाशित पुस्तक की बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। संस्थान की अध्यक्ष प्रोफेसर कृष्णा सिंह पूर्व प्राचार्य गांधी त्रिवेणी पी जी कॉलेज बरदह आजमगढ़ ने श्री जय हिंद सिंह हिंद जी को जन्म दिन और पुस्तक प्रकाशन की बधाई दी।
पुस्तक लोकार्पण के बाद एक भव्य कवि सम्मेलन के दौरान
जनपद गोरखपुर से पधारी कवयित्री विनीता कुशवाहा महक अपनी रचना से खूब वाह वही लूटी।कानपुर से पधारे कवि महेंद्र मधुर ने अपनी रचना आपकी नादान नज़रे प्रेम को छलका रही है। अबेडकरनगर से आए कवि सुरेंद्र राही ने अपनी रचना जीयरा लागत नइखे सुनाया।श्री आदित्य आज़मी ने अपने रचना हम आजमगढ़ वाले किसी से कम नहीं सुनाया।आए हुए अतिथियों के आग्रह पर श्री जय हिंद सिंह हिंद ने अपनी रचना सुनाकर सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया।इस कार्यक्रम में प्रदेश के 10 जनपदो सहित जनपद आजमगढ़ के सभी सम्मानित साहित्यकारों की उपस्थिति सराहनीय रही।इस कार्यक्रम में जनपद आजमगढ़ से श्री सोहन लाल गुप्ता,श्री रुद्र नाथ चौबे,श्री शैलेन्द्र मोहन राय अटपट,श्री राजेश अस्थाना अनंत,श्री बैजनाथ गंवार,श्री राकेश पांडेय सागर,श्री राज कुमार आशीर्वाद,श्री शिव शंकर यादव एवं सुशील कुमार पटेल शोध छात्र हिंदी विभाग काशी विद्यापीठ वाराणसी ,डॉ0निधि सिंह अतिथि प्रवक्ता महाराजा सुहेल देव विश्वविद्यालय आजमगढ़, सुश्री निष्ठा,प्रोफेसर प्रेमचंद्र यादव,डॉ0बालचंद प्रसाद,श्री चन्द्र प्रकाश द्विवेदी श्री श्रवेश मौर्य,आदित्य आज़मी,श्री रोहित राही सहित सैकड़ों लोगों की उपस्थिति सराहनीय रही।कार्यक्रम के अंत में सभी ने मिलकर श्री जय हिंद सिंह हिंद से जन्म दिन का केक कटवाकर उन्हें अनेक अनेक बधाई एवम शुभकामनाएं दी।श्री जय हिंद सिंह हिंद जी ने सभी के प्रति आभार और धन्यवाद व्यक्त किया।इस भव्य कार्यक्रम का संयोजन और संचालन संस्था के संरक्षक,साहित्यकार प्रोफेसर अखिलेश चन्द्र शिक्षा संकाय श्री गांधी पी जी कॉलेज माल्टारी आजमगढ़ ने किया।